झारखंड हाईकोर्ट ने धनबाद के जज उत्तम आनन्द के मौत मामले में संज्ञान लिया है. कोर्ट ने धनबाद के जिला न्यायाधीश के पत्र पर इस मामले में संज्ञान लेते हुए सुनवाई की और डीजीपी और धनबाद SSP को भी तलब किया. पूरे मामले की जानकारी भी उनसे ली. हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ रविरंजन ने FIR होने में देर होने पर नाराजगी जाहिर की है. DGP को जल्द इस मामले त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया. हाईकोर्ट ने कहा कि हम इस मामले की मॉनिटरिंग करेंगे.
हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि किसी भी वक्त अगर अदालत को ऐसा लगा कि जांच में कोताही बरती जा रही है तो यह मामला सीबीआई को दे दिया जाएगा. कोर्ट ने मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा कि झारखंड में कुछ दिनों पहले एक पुलिस पदाधिकारी की भी मौत हुई थी, उसके बाद एक वकील की हत्या हुई और अब एक जज की मृत्यु संदेहास्पद परिस्थितियों में हुई है. इसका मतलब यह है कि झारखंड में कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर हो चुकी है. झारखंड के जज मर्डर मामले की गूंज गुरुवार को दिल्ली में भी सुनाई दी. झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने धनबाद में अपर जिला जज की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की सीबीआई जांच की मांग की है|