यह तस्वीर अबूझमाड़ के ओरछा गांव की है। गांव के किनारे से एक कच्ची सड़क‎ आगे बढ़ रही है। यह सड़क महाराष्ट्र के गढ़चिरौली से जुड़ेगी। अभी यहां सड़क‎ निर्माण पहले चरण पर है। आने वाले दिनों में ओरछा से गढ़चिरौली और फिर‎ गढ़चिरौली से नागपुर को जोड़ा जाएगा। अबूझमाड़ अब लोगों के लिए अबूझ नहीं‎ रहा है। धीरे-धीरे यहां सड़कें और विकास पहुंच रहे हैं। नक्सलियों का गढ़ माने जाने‎ वाले अबूझमाड़ लोगों के लिए अभी भी अबूझ है, लेकिन साल 2024 में फोर्स ने‎ अबूझमाड़ में अपना फोकस बढ़ाया और यहां कई बड़े ऑपरेशन लांच किए।‎ अबूझमाड़ में फोर्स ने 70 से ज्यादा नक्सलियों को ढेर किया। इसके अलावा‎ नारायणपुर जिले में कस्तुरमेटा, ईरकभट्‌टी, मसपुर, मोहांदी, होरादी, गारपा और‎ कच्चापाल जैसे सात अतिसंवेदनशील इलाकों में फोर्स ने पुलिस कैंप खोल दिए हैं।‎ इन कैंपों के खुल जाने से अबूझमाड़ में विकास की राह आसान हुई है और अब‎ अंदरूनी इलाकों में सड़कों का निर्माण शुरू हो पाया है।‎ उम्मीद… वहां भी सड़कें बनेंगी जहां अभी पहुंच नहीं‎
उम्मीद है कि 2025 में अबूझमाड़ के उन सभी स्थानों पर सड़क पहुंच जाएगी‎ जहां अब तक सड़क नहीं पहुंच पाई थी। बस्तर आईजी सुंदरराज पी बताते हैं कि‎ हमने बीते साल अबूझमाड़ में फोकस रखा था। 2025 में भी अबूझमाड़ पर पूरा‎ फोकस होगा हम चाहते हैं कि यह अबूझमाड़ लोगों के लिए अबूझ न रहे।‎

By

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed