भगवान ने मेरे जन्म का दिन तो बहुत शुभ (क्रिसमस-डे व साईं जन्मोत्सव) चुना, लेकिन हालात उतने ही विकट। मां की कोख से बाहर आते ही न तो मुझे मां के ममत्व की तपिश महसूस हो सकी, न मुझे कोई मखमली बिस्तर नसीब हुआ। जन्म के कुछ घंटे बाद ही खुद को प्लास्टिक बोरी में भरे हुए नाले में मिट्टी में सना पाया। मैं कर भी क्या सकता था? सिवाय रोने के…। सो वही किया। मेरे रोने की आवाज राहगीरों तक पहुंची। मदद के लिए हाथ आगे बढ़े और मैं अस्पताल पहुंच गया। यहां आकर मैं यकीं कर सकता हूं कि मेरे आसपास मेरी परवाह करने वाले हैं। इनका स्पर्श, स्नेह मुझे आभास करवा रहा है कि भले ही मेरा खून का रिश्ता इनसे नहीं है, लेकिन मैं यहां महफूज हूं। मेरे लिए आप (जन्म देने वाली मां) से तो बढ़कर ही हैं…! भखारा के चरोटा-गातापार मोड़ के पास सड़क किनारे नाले में किसी अज्ञात महिला ने जिंदा नवजात को नार-फूल के साथ प्लास्टिक बोरी में भरकर फेंक दिया। इसकी जानकारी बुधवार को सुबह 6 बजे ग्रामीणों को हुई। चरोटा की मितानिन राधा ध्रुव तुरंत पहुंची। उन्होंने बोरी से नवजात को बाहर निकाला। दूसरी महिला से स्कार्फ मांगकर बच्चे को लपेटा। तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोर्रा पहुंची। नर्स ने सफाई कर एंबुलेंस से ऑक्सीजन लगाकर जिला अस्पताल लाई। एसएनसीयू (स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट) में भर्ती है। गर्भवतियों का रिकॉर्ड खंगाल रहा स्वास्थ्य विभाग सूत्रों के मुताबिक जिंदा नवजात के फेंकने का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग रिकॉर्ड ढूंढ रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा रामपुर, पचपेड़ी, सिलौटी, तर्रागोंदी, भेंड्रा, गातापार जैसे उप स्वास्थ्य केंद्रों से भी गर्भवतियों की जानकारी ले रही, ताकि बच्चे को फेंकने वाले अज्ञात का पता चले।
फेंकने के कुछ घंटे पहले जन्म की संभावना
एसएनसीयू प्रभारी डॉ. अखिलेश देवांगन, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. रविकिरण शिंदे ने बताया कि सुबह करीब 7.45 बजे जिला अस्पताल बच्चे को लाया गया। आशंका है कि जन्म के कुछ समय बाद ही फेंका था। बच्चे का शारीरिक तापमान बहुत कम हो गया था, जिसे तुरंत वॉर्मर में रखकर इलाज शुरू किया। सांस लेने में हो रही दिक्कत को ध्यान में रखकर सी-पैप मशीन से ऑक्सीजन दी गई है। स्थिति में सुधार आ रहा है। अज्ञात के खिलाफ एफआईआर, सीसीटीवी खंगाल रहे
भखारा टीआई लेखराम ठाकुर ने कहा कि सूचना पर पुलिस घटना स्थल पहुंची। आसपास की जांच, पूछताछ हुई। कैमरे खंगाल रहे। नवजात को फेंकने वाले का पता नहीं चला। अज्ञात के खिलाफ एफआईआर की। पुलिस की जांच जारी है।