आज हर भारतवासी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है, क्योंकि भारतीय महिला हॉकी टीम ने इतिहास रचते हुए टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। उससे भी बड़ी बात यह है कि पूरे 41 साल में टीम ने पहली बार यह कारनामा कर दिखाया है। भारतीय महिला टीम के शानदार प्रदर्शन ने देशवासियों को ‘चक दे’ मोमेंट याद दिला दिया है। सोशल मीडिया पर बस चक दे इंडिया के नारे लग रहे हैं। इस असंभव-सी सफलता को मुमकिन बनाया है देश की 16 धाकड़ बेटियों ने। इन्होंने ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, आयरलैंड जैसी टीमों को हराया। हालांकि यहां तक पहुंचना हर किसी के लिए आसान नहीं था। कड़े संघर्ष और तमाम बाधाओं के बाद वे यहां तक पहुंची हैं। किसी के परिवार ने मोटरसाइकिल बेच कर बेटी को यहां तक पहुंचाया, तो किसी लकवे के बाद भी हार नहीं मानी।