सरेआम शराब पीने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। एक पक्ष शराब पी रहा था और दूसरा उन्हें खुलेआम पीने से मना कर रहा था। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। एक पक्ष के आधा दर्जन लोगों ने शराब पीने वाले युवकों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और फिर पत्थर मार-मारकर उनका सिर कुचल दिया। इसके बाद में दोनों युवकों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। थोड़ी देर में दोनों की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार चंगोराभाठा में सचिन बडोले (26)और कृष्णा यादव(25)दोनों पेंटर थे। दोनों एक साथ में काम करते थे। सोमवार आधी रात दोनों अपने घर के पीछे खाली मैदान में बैठकर शराब पार्टी कर रहे थे। वहीं नजदीक में एवन साहू (18), डालेंद्र साहू (18) और दो नाबालिग आग तापते हुए बैठे हुए थे। एवन और उसके साथियों ने कुछ देर पहले ही शराब पार्टी की थी। सचिन और कृष्णा को पीते देख आग ताप रहे एवन ने कहा कि यहां क्यों बैठे हो, ये शराबखोरी करने की जगह नहीं है। इसी बात पर विवाद हो गया। नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। हंगामे की आवाज सुनकर एवन का बड़ा भाई दुर्गेश और पिता खामसिंग साहू आ गए। उन्होंने मिलकर सचिन की जमकर पिटाई की। इसी दौरान एवन ने बड़ा पत्थर सचिन के ऊपर पटका और उसका सिर कुचल दिया। ये देखकर सचिन का साथी कृष्णा वहां से जान बचाकर भागा। उसे भागते देखकर एवन और उसका भाई पीछे दौड़े। करीब 600 मीटर दूर जाकर उन्होंने कृष्णा को पकड़ा और उसकी जमकर पिटाई की। इसी दौरान उन्होंने उस पर भी पत्थर से हमला किया। सिर में बड़ा पत्थर लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इस बीच मोहल्ले में हड़कंप मच गया था। आसपास वाले इकट्ठा हो गए थे। भीड़ देखकर आरोपी वहां से भाग निकले। उसी दौरान सचिन और कृष्णा के परिजन भी वहां आ गए। दोनों के सिर से खून बह रहा था। उन्हें तुरंत नजदीक के निजी अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। मृतक सचिन अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। वह बजरंग दल से भी जुड़ा हुआ था। कृष्णा के पिता नहीं है। वह अपने बड़े भाई और मां के साथ रहता था।