रायपुर और बिरगांव में प्रदूषण और हवा में फैले धूल की कणों को साफ करने के लिए स्माग टावर लगाने की योजना अंतिम चरण में।
रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। राजधानी रायपुर और बिरगांव में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए नगर निगम अगले महीने से स्मॉग टावर लगाने जा रहा है। इसके साथ ही मुख्य चौराहे पर धूल का दबाव करने के लिए मिस्ड फाउंटेन भी लगेंगे। यही नहीं, बारिश में खस्ताहाल हो चुकी सड़कों की मरम्मत और गड्ढों को पाटने की भी योजना बनाई गई है। दोनों निगमों को इस काम के लिए शासन से 84 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। दूसरी किश्त के तौर पर 42 करोड़ की राशि भी मिल गई है।
नगर निगम से मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी रायपुर और बिरगांव में प्रदूषण और हवा में फैले धूल की कणों को साफ करने के लिए स्माग टावर लगाने की योजना अंतिम चरण में है। इसके साथ ही मुख्य चौक-चौराहों पर उड़ने वाली धूल का दबाव करने के लिए मिस्ड फाउंटेन भी लगाए जाएंगे। निगम अमला इसके लिए सर्वे कर रहा है। दरअसल, सालिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम के तहत खस्ता हाल सड़कों की मरम्मत व जगह-जगह गड्ढों को पाटने की भी निगम प्रशासन योजना बना रही है।
इसके लिए पंद्रहवें वित्त आयोग से कलस्टर बनाकर रायपुर और बिरगांव नगर निगम के लिए 84 करोड़ मंजूर हुए हैं। इसमें पहले व दूसरे किस्त के रूप में नगर निगम रायपुर को 42 करोड़ की राशि प्राप्त हो चुकी है। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के मापदंड अनुसार, निगम प्रशासन शहर में वायु प्रदूषण कम करने पर जोर देगा। इसके लिए वायु की गुणवत्ता सुधारने उपकरण भी खरीदे जाएंगे
हवा को करेगा शुद्ध, खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबंध
स्मॉग टावर प्रदूषित हवा को एयर प्यूरीफायर की तरह शुद्ध करने का काम करेगा। दिल्ली, मुंबई आदि महानगरों में भी स्माग टावर लगाए गए है। अधिकारियों ने बताया कि खुले में कचरा जलाने के कारण वायु प्रदूषित होती है। लिहाजा, शहर में खुले में कचरा जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगेगा। फिर भी कोई कचरा जलाता है, तो उससे जुर्माना वसूला जाएगा।
पानी की फुहार से धूल के कण होगे कम
राजधानीवासियों को वातावरण में फैले धूल के कणों से मुक्ति दिलाने के लिए रायपुर नगर निगम पंद्रहवें वित्त आयोग से मिली राशि से शहर के प्रमुख चौक-चौराहों में मिस्ड फाउंटेन लगाएगा। यह फाउंटेन रायपुर रेल्वे स्टेशन की तर्ज पर पानी की हल्की फुहार छोड़कर धूल का दबाव कम करेगी। मिस्ट फाउंटेन लगाने से जिस चौक-चौराहों में धूल के कण हवा में ज्यादा उड़ते हैं, वहां का सर्वे भी किया जाएगा।