प्रयागराज में रेलवे में कबाड़ का ठेका दिलाने के नाम पर एक कारोबारी से करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी ने एनसीआर के डायरेक्टर के नाम पर फर्जी सिग्नेचर कर कागजात भी थमा दिया।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कबाड़ का ठेका दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। शहर के एक बड़े कारोबारी और बुलट एजेंसी के मालिक को रेलवे में कबाड़ का ठेका दिलाने के नाम पर 1 करोड़ 95 लाख रुपये की चपत लगा दी गई। शातिर ठग ने एनसीआर के डॉयरेक्टर के नाम से फर्जी प्रमाण पत्र जारी कर पीड़ित को भेजा था। शुक्रवार को जार्जटाउन पुलिस ने कार्रवाई करते हुआ आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। वहीं जब इस बात की भनक अन्य लोगों को लगी तो जार्जटाउन थाने में भीड़ लग गई। कई लोगों का आरोपी पर पचास करोड़ रुपये की ठगी का आरोप लगाया।
कारोबारी ने बताया कि अजहर नाम के शख्स ने रेलवे में कबाड़ का ठेका दिलाने की बात कही थी। यहां तक कि उसने एनसीआर के डायरेक्टर के हस्ताक्षर और मुहर लगा एक कागज भी दिया। इसके बाद ठेके के नाम पर 1 करोड़ 95 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिया। लेकिन जब कई महीनों बाद तक ठेका नहीं मिला तो कारोबारी ने अजहर से संपर्क किया। आरोप है कि पैसे हड़पने के बाद आरोपी अजहर व्यापारी को डराने-धमकाने लगा। इसके बाद शहर छोड़कर फरार हो गया।
कारोबारी ने बाद में जार्जटाउन थाने में खुल्दाबाद निवासी अजहर अनीस और उसके साथियों के खिलाफ फर्जीवाडा का मुकदमा दर्ज कराया।शुक्रवार को पुलिस को अजहर की लोकेशन मिली जिसके बाद पुलिस ने दबिश कर आरोपी को गिफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक अजहर रेलवे में कैंटीन चलाता था। उसे रेलवे कर्मचारियों के बारे में जानकारी थी। जिसके बाद उसने फर्जीवाड़ा किया।