रायपुर नगर निगम में ढेबर परिवार से 2 सदस्य चुनाव मैदान में हैं। निवर्तमान मेयर एजाज ढेबर और उनकी पत्नी अर्जुमन ढेबर पार्षद पद के लिए लड़ेंगे। आखिरी बचे 4 प्रत्याशियों में अर्जुमन ढेबर को पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ने के लिए अधिकृत तौर पर बी-फॉर्म दिया गया है। पार्टी ने पहले 70 में से 66 वार्डों में प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया था, लेकिन 4 वार्डों में प्रत्याशियों के नामांकन दाखिल करने के बावजूद उन्हें पार्टी का आधिकारिक बी-फॉर्म नहीं दिया गया था। अब नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद कांग्रेस ने इन 4 वार्डों में अपने उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दे दिया है। इन प्रत्याशियों को मिलेगा कांग्रेस का बी-फॉर्म कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम के 4 वार्डों की अलग से लिस्ट जारी करने के बजाय अपने अधिकृत प्रत्याशियों को सीधे बी-फॉर्म देने का फैसला लिया है। पार्टी से जुड़े सूत्रों के अनुसार, इन प्रत्याशियों को बी-फॉर्म जारी कर दिया गया है। लेफ्टिनेंट अरविंद दीक्षित वार्ड से मौजूदा पार्षद आकाशदीप शर्मा की टिकट काटकर सुरजीत साहू को प्रत्याशी बनाया गया है। चारों प्रत्याशियों ने पहले ही नामांकन दाखिल कर दिया था। 28 जनवरी को नामांकन की अंतिम तारीख थी, जबकि 31 जनवरी नाम वापसी की आखिरी तारीख है। कांग्रेस में बगावत, कई पार्षदों ने निर्दलीय भरा नामांकन रायपुर नगर निगम चुनाव से पहले कांग्रेस को जबरदस्त अंदरूनी कलह का सामना करना पड़ रहा है। टिकट वितरण को लेकर पार्टी में असंतोष चरम पर पहुंच गया, जिसके चलते कई सिटिंग पार्षदों और वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के खिलाफ बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। ये मौजूदा पार्षद बने बागी: पूर्व पार्षद और MIC सदस्य: इसके अलावा, पिछले चुनाव में निर्दलीय पार्षद रहे जितेंद्र अग्रवाल, जो बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे, इस बार टिकट न मिलने से फिर निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतर चुके हैं। अन्य नेताओं ने भी भरा निर्दलीय नामांकन कांग्रेस के कई अन्य नेता भी पार्टी से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें शामिल हैं: प्रदेश महिला कांग्रेस की सचिव पूनम पांडे ने भी पार्टी के खिलाफ बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव में उतरने का फैसला किया है। महापौर पद पर भी निर्दलीय उम्मीदवार यतियतन लाल वार्ड से कांग्रेस नेता जिला जीत सिंह ने खुद पार्षद पद के लिए नामांकन दाखिल करने के साथ-साथ अपनी पत्नी गायत्री सिंह को महापौर पद पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़ा कर दिया है। कांग्रेस के लिए चुनौती निकाय चुनाव में कांग्रेस को दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर पार्टी को बागियों को मनाने की कोशिश करनी पड़ रही है, वहीं दूसरी ओर चुनावी मैदान में उतर चुके निर्दलीय प्रत्याशियों से निपटने की रणनीति बनानी होगी। 31 जनवरी को नाम वापसी की आखिरी तारीख तक कांग्रेस नेतृत्व इन बागी नेताओं को मनाने में कितना सफल होता है, यह देखना दिलचस्प होगा। कांग्रेस के 66 प्रत्याशियों की पहले जारी की गई लिस्ट….. ……………………………………………………. छत्तीसगढ़ निकाय चुनाव से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… कांग्रेस ने 40 तो भाजपा ने सिर्फ 4 मुस्लिम उतारे: 7 निगमों में कांग्रेस में बगावत; BJP में विरोध कम; देखिए कौन कहां से बागी; किसने छोड़ी पार्टी छत्तीसगढ़ में मेयर, पार्षद, अध्यक्ष के लिए प्रत्याशी घोषित होते ही कांग्रेस-बीजेपी में दावेदारों ने बगावती तेवर अपना लिए हैं। कांग्रेस में सबसे ज्यादा नाराजगी दिख रही है। इनमें रायपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर समेत 7 नगर निगम में कांग्रेस के मेयर-पार्षद दावेदार खुलकर विरोध कर रहे हैं, जबकि, बीजेपी में कुछ जगहों पर ही विरोध है। पढ़ें पूरी खबर