छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला में एक हाथी हर रात बंगुरसिया धान खरीदी केन्द्र पहुंच रहा है। जंगल से निकलकर वह आता है और धान का एक-एक कट्टा जंगल ले जाता है। बीती रात धान के दो कट्टा को हाथी अपने सूंड से फेंक-फेंककर जंगल ले गया। जिसका वीडियो भी सामने आया है। बंगुरसिया धान खरीदी केन्द्र बिल्कुल जंगल से लगा हुआ है। यह गांव हाथी प्रभावित क्षेत्र भी है। ऐसे में पिछले 4 दिनों से एक दंतैल रात होने के बाद जंगल से निकलकर धान खरीदी केन्द्र में पहुंच रहा है। गुरुवार की रात भी वह हाथी धान खरीदी केन्द्र पहुंच गया। रात 11 बजे ग्रामीण अपने घरों में सो रहे थे, तभी इस हाथी की मौजूदगी धान खरीदी केन्द्र में हुई, तो इसकी जानकारी वन अमला व ग्रामीणों को लग गई। धान खाया और कुछ फैलाया
इसके बाद दूर से हाथी को ग्रामीण देख रहे थे। वह दो कट्टा धान को एक-एक कर अपने सूंड से उठाया और फेंक-फेंककर उसे जंगल ले गया। इस दौरान उसका किसी ने वीडियो भी बना लिया। रात में हाथी को भगाने की कोशिश की गई, लेकिन वह धान कट्टा जंगल ले जाकर खाने लगा और कुछ धान को फैला दिया। खरीदी केन्द्र रात में नहीं आया वापस
दो कट्टा धान को जंगल ले जाने के बाद वह हाथी दोबारा रात में धान खरीदी केन्द्र नहीं आया। लोगों को उम्मीद थी कि हाथी फिर वापस आएगा, उसके लिए काफी देर तक वनकर्मी व ग्रामीण मौके पर डटे रहे, लेकिन रात में वह जंगल की ओर लौट गया। 25 कट्टा धान किया नुकसान
बताया जा रहा है कि हाथी पहले दिन 11 कट्टा धान को नुकसान पहुंचाया था। इसके बाद 9 कट्टा फिर 3 और गुरुवार की रात को 2 कट्टा धान को ले जाकर खाया और फैलाया है। रात में हाथी के आने से हाथी मित्र दल, वनकर्मी और ग्रामीण उसे खदेड़ने का प्रयास करते हैं, लेकिन वह बिना धान खाए नहीं लौट रहा। रात में कर रहे निगरानी
इस संबंध में रायगढ़ रेंजर हेमलाल जायसवाल ने बताया कि हाथी हर रात धान खरीदी केन्द्र पहुंच रहा है। जिस पर निगरानी की जा रही है। अब तक उसने जितना धान खाया है। उसके नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। ग्रामीणों को उससे दूर रहने और अकेले जंगल की ओर नहीं जाने के लिए भी कहा गया है।

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