छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। परिजनों ने आरोपियों के घर के बाहर नाबालिग की चिल्लाने और चप्पल और साल देखकर पीड़िता को छुड़ाया। दरअसल, घटना 20 जनवरी को दोपहर करीब 2 बजे की है, जब पीड़िता टॉयलेट के लिए घर से बाहर गई थी। रास्ते में बलभद्र सिंह के घर के पास से गुजरते समय, वहां बैठे बलभद्र (26) और मनमोहन सिंह (35) ने उसे आवाज देकर बुलाया। घर में बंधक बनाकर बारी-बारी किया गैंगरेप पहले से पहचान होने की वजह से नाबालिग उसके घर के पास पहुंची, जहां दोनों उसे पकड़कर जबरदस्ती घर के अंदर खींच ले गए। दरवाजा बंद कर आरोपियों ने उसके के साथ बारी-बारी से कई बार रेप किया। नाबालिग की तलाश में पहुंचे परिजन तब पकड़ाए आरोपी इधर, काफी देर बाद जब नाबालिग घर नहीं पहुंची तो परिजन उसकी तलाश शुरू कर दी। पीड़िता के परिजन उसे तलाश करते हुए बलभद्र सिंह के घर के पास पहुंचे। तो वहां घर के बाहर लड़की की चप्पल और साल देखकर, और अंदर से चिल्लाने की आवाज सुनकर उन्हें शक हुआ तो परिजनों ने दरवाजा तोड़कर पीड़िता को निकाला। अलग-अलग गांव से पकड़े गए आरोपी पीड़ित के परिजनों ने दूसरे दिन पटना थाने में दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने धारा 127, 137(2), 70(2) BNS और पॉक्सो एक्ट की धारा 4, 6 के तहत केस दर्ज किया। घटना के बाद आरोपी भाग गए थे। लेकिन पटना थाना प्रभारी अब्दुल मुनाफ की टीम ने गुरुवार को फोन ट्रेस कर आरोपी मनमोहन सिंह को छिंदिया और बलभद्र सिंह को दर्रीपारा गांव से गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।