बिलासपुर जिले के मस्तूरी ब्लॉक के एक पंचायत सचिव ने पांच लोगों को मृत बताकर खाद्य नियंत्रक को प्रतिवेदन भेज दिया, जिसके बाद उनका राशन बंद कर दिया गया। इसकी जानकारी होने पर पीड़ित हितग्राहियों ने कलेक्टर अवनीश शरण से शिकायत की, जिस पर मामले की जांच कराई गई। पता चला कि सचिव ने मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना के तहत राशन कार्ड जैसे महत्वपूर्ण कार्य में लापरवाही बरती है। लिहाजा, पंचायत सचिव को सस्पेंड कर दिया गया है। दरअसल, ग्राम पंचायत मड़ई में राशनकार्ड हितग्राही फिरतीन बाई पति स्व. दरबार एवं अन्य 4 हितग्राही अपनी शिकायत लेकर कलेक्टर अवनीश शरण के पास पहुंचे। उन्होंने बताया कि उनके जीवित रहते हुए पंचायत सचिव ने उन्हें मृत बताकर प्रतिवेदन खाद्य नियंत्रक शाखा भेज दिया है, जिसके चलते इन हितग्राहियों का राशनकार्ड निरस्त कर दिया गया है। उनकी शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। आरोप सही मिला, लापरवाही बरतने पर सचिव सस्पेंड
कलेक्टर के निर्देश पर जिला पंचायत सीईओ ने इस मामले की जांच कराई, तब पता चला कि ग्राम पंचायत भिलाई में पदस्थ पंचायत सचिव श्री विशेषर श्रीवास जिन्हें ग्राम पंचायत मड़ई का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। सचिव ने गंभीर लापरवाही बरतते हुए इन हितग्राहियों को मृत बता दिया है। इसके चलते उनका राशन कार्ड निरस्त कर दिया गया है। जांच में आरोप सही पाया गया। शासन की महत्वपूर्ण योजना मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना के पालन में पंचायत सचिव द्वारा अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के निर्वहन में उदासीनता एवं लापरवाही बरती गई। मस्तूरी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के प्रस्ताव पर कर्तव्यों के पालन में लापरवाही बरतने पर पंचायत सचिव विशेषर श्रीवास को पंचायत सेवा नियम 1999 के नियम 4 (1) के तहत निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उसका मुख्यालय जनपद पंचायत मस्तूरी निर्धारित किया गया है। उक्त अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी। नवागांव के पंचायत सचिव को ग्राम पंचायत भिलाई का अतिरिक्त प्रभार एवं ग्राम पंचायत कुकदा के पंचायत सचिव को ग्राम पंचायत मड़ई का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

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