बलरामपुर जिले में स्वच्छ भारत मिशन के तहत कचरा प्रबंधन के कामों में भारी लापरवाही सामने आई है। ग्राम पंचायत बसंतपुर में कचरा प्रबंधन के लिए खरीदे गए रिक्शे अब कबाड़ में पड़े हैं। ये साधन उपयोग में लाए जाने की बजाय लंबे समय से निष्क्रिय पड़े हैं। गांवों में कचरा प्रबंधन का काम बंद होने के कारण स्वच्छ भारत मिशन का कार्य सिर्फ कागजों पर ही संचालित हो रहा है। इसके अलावा वाड्रफनगर ब्लॉक के ग्राम पंचायत बसंतपुर में समूह की महिलाओं ने जनपद CEO पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत किए गए काम का उन्हें पारिश्रमिक नहीं दिया गया। इस मामले में अधिकारी ने कहा फंड की कमी की वजह से पेमेंट नहीं हुआ है। गंदगी से बीमारियों का खतरा कचरा प्रबंधन ठप होने के कारण गांवों में गंदगी और प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। जगह-जगह कचरे के ढेर जमा हो चुके हैं, जिससे बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। वहीं महिला समूह ने प्रशासन से स्वच्छता अभियान को दोबारा शुरू करने की मांग की है। मामले में अनजान है सीईओ कबाड़ हो रहे रिक्शों के मामले पर जनपद पंचायत के सीईओ निजामुद्दीन से बात की गई, तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जताई। उन्होंने आश्वासन दिया कि गांव में जल्द ही व्यवस्थाओं को ठीक किया जाएगा।