राजधानी के निगम चुनाव के लिए उम्मीदवारों की तस्वीर साफ होती जा रही है। बुधवार को नामांकन की जांच के बाद 417 उम्मीदवार मैदान में हैं। कांग्रेस-भाजपा के 140 उम्मीदवारों के अलावा आप और करीब आधा दर्जन क्षेत्रीय पार्टियों ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। हर वार्ड से औसतन छह उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। निगम चुनाव में इस बार निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या आधे से भी ज्यादा है। 2019 के निगम चुनाव में करीब 155 प्रत्याशी निर्दलीय थे, इसमें केवल सात को जीत मिली थी। इस बार के चुनाव में इनकी संख्या 200 के पार है। निगम के करीब 10 वार्ड ऐसे हैं जहां रोमांचक मुकाबला होगा। इसमें निगम की राजनीति में खासा दबदबा रखने वाले उम्मीदवार शामिल हैं। महापौर का चुनाव डायरेक्ट होने की वजह से कांग्रेस-भाजपा के कई दिग्गज नेता ऐसे हैं जो सभापति बनने के लिए पार्षद का चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें कांग्रेस के पूर्व महापौर एजाज ढेबर, श्रीकुमार मेनन, देवेंद्र यादव, सतनाम सिंह पनाग और भाजपा के सूर्यकांत राठौर, मनोज वर्मा, अवतार सिंह बागल और सरिता दुबे के नाम खासे चर्चा में हैं। चुनाव जीतने के बाद ये उम्मीदवार ऐसे हैं जो सभापति बनने के लिए जोर आजमाइश करेंगे। इधर दूसरी ओर महापौर के लिए 28 उम्मीदवारों के नामांकन सही पाए गए हैं। इसमें 18 निर्दलीय और 10 मुस्लिम महिला प्रत्याशी हैं। पति-पत्नी दोनों लड़ेंगे चुनाव: राजधानी में पहली बार ऐसा होगा जब कांग्रेस से पति-पत्नी एक साथ पार्षद चुनाव लड़ेंगे। पूर्व महापौर एजाज ढेबर को भगवती चरण शुक्ल वार्ड से उम्मीदवार हंै तो उनकी पत्नी अर्जुमन ढेबर मौलाना अब्दुल रउफ वार्ड से चुनाव लड़ेंगी। शहर सरकार 2019 के नगर निगम चुनाव में 155 प्रत्याशी निर्दलीय थे, इनमें केवल सात को ही जीत मिली थी बंजारी माता वार्ड
इस बार तीन बार के पार्षद नागभूषण राव की पत्नी राधिका को टिकट दिया गया है। उनके मुकाबले में पूर्व पार्षद शत्रुघन साहू की पत्नी अंबिका साहू मैदान में हैं। राधिका भी एक बार इसी वार्ड से चुनाव जीत चुकी हैं। रमण मंदिर वार्ड
चार बार के पार्षद और पूर्व निगम नेता प्रतिपक्ष सूर्यकांत राठौर भाजपा से पांचवी बार उम्मीदवार हैं। कांग्रेस ने उनके मुकाबले में पिछला चुनाव निर्दलीय हार चुके आसिफ मेमन को उतारा है। रामकृष्ण परमहंस वार्ड
एक बार फिर दिग्गज पार्षद श्रीकुमार मेनन चुनाव में हैं। वे वार्ड बदल कर भी दो बार चुनाव जीत चुके हैं। वे इस बार पुराने वार्ड से ही चुनाव लड़ रहे हैं। उनके मुकाबले में नया चेहरा अमन ठाकुर को उतारा गया है। इंदिरा गांधी वार्ड
भाजपा ने जवाहर नगर के पूर्व पार्षद अवतार सिंह बागल को मैदान में उतारा है। कांग्रेस से पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा के कट्टर समर्थक दलजीत चावला को टिकट दी गई है। अवतार श्रीचंद सुंदरानी के खास समर्थक हैं। पं. सुंदरलाल शर्मा वार्ड
इस बार ब्राह्मणपारा की पूर्व पार्षद सरिता दुबे को उतारा गया है। कांग्रेस से प्राइवेट टीचर रही भारती शर्मा को उतारा गया है। इससे पहले वे कांग्रेस की टिकट पर ही कंकालीपारा वार्ड से चुनाव लड़ चुकी हैं। पं भगवती चरण शुक्ल
इस बार पूर्व महापौर एजाज ढेबर कांग्रेस के उम्मीदवार है। भाजपा ने यहां से सिंधी समाज के अमर गिदवानी को टिकट दिया है। अमर जोगी कांग्रेस से रायपुर उत्तर विधानसभा और चैंबर अध्यक्ष का चुनाव भी लड़ चुके हैं। बिग्रेडियर उस्मान वार्ड
तीन बार के पार्षद सतनाम सिंह पनाग कांग्रेस से उम्मीदवार हैं। भाजपा ने पिछला चुनाव निर्दलीय लड़े प्रमोद साहू को टिकट दिया है। सतनाम इसी वार्ड से पार्षद रह चुके हैं और प्रमोद पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर थे। शहीद हेमू कालाणी वार्ड
भाजपा ने नंदन जैन की पत्नी कृतिका को टिकट दी गई है। नंदन जैन ने विधानसभा का टिकट मांगा था। कांग्रेस ने पूर्व विधायक जुनेजा के करीबी श्रीनिवास राव को टिकट दिया है। पूर्व पार्षद बंटी होरा निर्दलीय मैदान में हैं। पं. रविशंकर शुक्ल वार्ड
कांग्रेस ने पूर्व पार्षद कामरान अंसारी को टिकट दिया है। इसी वार्ड से टिकट कटने से नाराज पूर्व एमआईसी सदस्य आकाश तिवारी ने भी पर्चा भरा है। भाजपा से संगठन में सक्रिय रहने वाले ज्ञानचंद चौधरी उम्मीदवार हैं। शहीद राजीव पांडे वार्ड
पूर्व पार्षद देवेंद्र यादव को कांग्रेस ने उतारा है। यहां से तीन बार के पार्षद समीर अख्तर का टिकट काटा गया है। अब वे आप पार्टी से चुनाव लड़ रहे। भाजपा ने यहां से बृजमोहन के करीबी बद्रीप्रसाद गुप्ता को उतारा है।
