मंच से शपथ दिलाई गई कि ‘मैं गौरी-गणपति आदि हिंदू धर्म के किसी भी देवी-देवता को नहीं मानूंगा। न ही उनकी कभी पूजा करूंगा। मैं इस बात पर कभी विश्वास नहीं करूंगा कि भगवान ने कभी अवतार लिया है।’
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो एक कथित कार्यक्रम का है जिसमें सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए हैं। वो लोग हिंदू देवी-देवताओं को ना मानने की शपथ ले रहे हैं। उस प्रोग्राम में वहां की मेयर भी मौजूद थीं। वीडियो में देखा जा सकता है कि मंच से हिंदू देवी-देवताओं को न मानने की शपथ दिलाई जा रही है। नीचे खड़े सभी लोग हाथ आगे कर के शपथ लेते नजर आ रहे हैं।
क्या दिलाई गई शपथ?
मंच से शपथ दिलाई गई कि ‘मैं गौरी-गणपति आदि हिंदू धर्म के किसी भी देवी-देवता को नहीं मानूंगा, न ही उनकी कभी पूजा करूंगा। मैं इस बात पर कभी विश्वास नहीं करूंगा कि भगवान ने कभी अवतार लिया है।’ वीडियो में देखा जा सकता है कि वहां मौजूद सभी लोगों ने यह शपथ दोहराई।
क्या कहा मेयर ने?
प्रोग्राम में मौजूद मेयर हेमा देशमुख ने कहा कि ‘वह एक राज्य स्तरीय बौद्ध सम्मेलन था जिसमें मैं विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थी। इस कार्यक्रम में बाबा साहब अंबेडकर के पोते भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में अचानक शपथ लेने की बात तय हुई। हमें शपथ कार्यक्रम की जानकारी नहीं थी। उन्होंने जब भगवान के बारे में अपमानजनक और उल्टी-सीधी बातें कही तो मैंने शपथ नहीं लिया और तुरंत उस कार्यक्रम से चली गई। मैं हिंदू धर्म से जुड़ी हूं इसलिए मुझे अच्छा नहीं लगा।’ इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।