कोंडागांव में सैकड़ों लोगों का आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है। किसी की हाथों की लकीरें तो किसी की आंखों के रेटीना स्कैन नहीं होने की समस्या सामने आई है। यह समस्या विशेष रूप से उन मजदूरों के साथ है, जिनकी हाथों की लकीरें कड़ी मेहनत के कारण मिट गई हैं। इस समस्या से सैकड़ों ग्रामीण प्रभावित है। आधार कार्ड नहीं बनने से उन्हें सरकारी योजनाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार नहीं मिल रहा, बैंक खाते नहीं खुल रहे, महतारी वंदन योजना का लाभ नहीं मिल रहा। दैनिक भास्कर की टीम ने जब इस मामले की जमीनी पड़ताल की, तो पता चला कि यह समस्या जिले भर में व्यापक स्तर पर फैली हुई है। आधार आज के समय में जीवन की बुनियादी आवश्यकता है। बावजूद इसके ग्रामीण आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड से वंचित हैं। केस 1 भीरगांव के रहने वाले दिल्लू नेताम (33) का राशन कार्ड में नाम नहीं जुड़ रहा है। गर्भवती महिला अमृता शोरी (26) के पास आधार नहीं होने से मातृत्व वंदन योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, सिविंदर कौर का थंब मैच नहीं होने से महतारी वंदन योजना की राशि नहीं मिल पा रही। केस 2 एक मां अपनी एक दिव्यांग बेटी बसंती को लेकर रोज लोक सेवा केंद्रों के सालों से चक्कर काट रही है, जिसे दोनों आंखों से दिखाई नहीं देता न उसके थंब मैच हो रहे है। मां चाहती है आधार कार्ड बने तो बेटी के नाम से राशन और तमाम सरकारी सुविधा मिले। केस 3 एक भाई अपनी बहन कृतिमा बघेल (15) को स्कूल में दाखिला नहीं दिला पा रहा है। स्कूल में आधार कार्ड की मांग की जा रही है जिससे अब वो पढ़ाई छोड़ घर बैठ गई है। सरकारी सिस्टम से इनका विश्वास उठ चुका है। आधार वैरिफिकेशन में क्यों आती है दिक्कत पूरे मसले को लेकर दैनिक भास्कर आधार सेंटर पहुंचा, जहां आधार ई. जिला प्रबंधक शांतनु शुक्ला से इस विषय पर बात हुई। उन्होंने बताया कि आधार से संबंधित सभी जानकारी ऑफिशियल साइट पर मौजूद है। उन्होंने यह भी बताया की कई बार पूरे दस्तावेज सिस्टम में लोड करने के बाद लोग कुछ समय इंतजार नहीं करते और कुछ ही दिनों में दूसरे केंद्रों में जाकर आधार बनवाने की प्रक्रिया दोबारा कर लेते है इससे आधार वैरिफिकेशन में दिक्कत आती है। प्रबंधक के मुताबिक, फिंगर स्कैन नहीं होने पर सिस्टम पर ऑप्शन दिया होता है, आई स्कैन हो या किसी के हाथ न हो, आंखें न हो, दिव्यांग हो उनके लिए भी ऑप्शन है पर हमारे तक कोई समस्याएं आती है तो हम उसे शॉट आउट करते है। गांव-गांव में शिविर लगाने की मांग ग्रामीणों ने इस समस्या के समाधान के लिए शिविर लगाने की मांग की है। लोगों का कहना है कि ऐसे सैकड़ों लोग है जिनके आधार नहीं बन पा रहे है उनके लिए प्रशासन गांव-गांव विशेष शिविर लगाए।