भारतीय मूल की हुमैरा गरासिया अंग्रेजों के देश में इतिहास रच दिया है। 25 साल की गरासिया ने लंदन बरो ऑफ हैकनी की सबसे कम उम्र की स्पीकर बन गई हैं। गरासिया का परिवार मूल रूप से वलसाड का रहने वाला है।
एक ओर जहां ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद के लिए भारतीय मूल के ऋषि सुनक का नाम लगातार चर्चाओं में है, वहीं दूसरी ओर भारतीय मूल की हुमैरा गरासिया अंग्रेजों के देश में इतिहास रच दिया है। 25 साल की गरासिया ने लंदन बरो ऑफ हैकनी की सबसे कम उम्र की स्पीकर बन गई हैं।
गरासिया का परिवार मूल रूप से गुजरात के वलसाड का रहने वाला है और उनके पिता छोटी उम्र में ही ब्रिटेन चले गए थे। सिर्फ 15 साल की उम्र में गरासिया सक्रिय राजनीति में आ गई थीं। वह खुद को भारतीय मूल की एक गुजराती मानती हैं। उन्होंने लंदन विश्वविद्यालय से राजनीति से बीए की पढ़ाई की है। एक गोदाम में काम करने वाले उनके पिता रफीक अहमद वलसाड के नाना तैवाद से हैं, जबकि उनकी मां नजमा भरूच से हैं। गरासिया ने कहा, ‘मैं पूरे ब्रिटेन में भारतीय मूल की सबसे कम उम्र की स्पीकर/सिविक मेयर हूं और लंदन बरो ऑफ हैकनी की अब तक का सबसे कम उम्र की स्पीकर हूं।’
हर साल वालसाड आती हैं गरासिया
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, गरासिया ने कहा, ‘मुझे साल 2018 में 21 साल की उम्र में पार्षद के रूप में चुना गया था और उसके बाद मैंने चार साल का कार्यकाल पूरा किया। मैं उस समय काउंसलर के रूप में निर्वाचित होने वाली भारतीय मूल की सबसे कम उम्र की नेता थी। मुझे मई 2022 में एक बार फिर से पार्षद के रूप में चुना गया।’ उन्होंने कहा, ‘मैं असमानता के मुद्दों पर फोकस करूंगी और नस्लवाद और भेदभाव जैसे मुद्दों से निपटने की कोशिश करूंगी। लंदन में जन्मी और पली-बढ़ी गरासिया के माता-पिता करीब 35 साल पहले गुजरात से चले गए थे। गरासिया हर साल अपने परिवार के साथ वलसाड आती हैं।