छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में IED की चपेट में घायल जवानों से गृह मंत्री रायपुर के देवेंद्र नगर स्थित निजी अस्पताल में मिलने पहुंचे। उन्होंने जवानों से मिलकर हाल-चाल जाना। उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। साथ ही डॉक्टरों से चर्चा कर जवानों की स्थिति को समझा। फिलहाल कोबरा बटालियन के दोनों जवान खतरे से बाहर है। दरअसल गुरुवार दोपहर बीजापुर जिले के बासागुड़ा थाना क्षेत्र में कोबरा बटालियन के 2 जवान IED की चपेट में आ गए। साथी जवानों ने गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां से इन्हें रिफर कर रायपुर लाया गया। बताया जा रहा है कि पुतकेल कैंप से जवान सर्च ऑपरेशन पर निकले थे। नक्सलियों ने इलाके में पहले से ही IED लगा रखी थी। इसी दौरान जवानों के पैर का दबाव IED पर पड़ा, जिससे जोरदार धमाका हुआ। दोनों जवानों के हाथ और पैर में चोटें आई थी। जिसके बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है। मुठभेड़ को लेकर कहा- हार्डकोर एरिया में ऑपरेशन हुआ छत्तीसगढ़ तेलंगाना बॉर्डर पर सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए हैं। इसे लेकर गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि बीजापुर के जिन इलाकों में मुठभेड़ हुई है। वह हार्डकोर एरिया है, सुरक्षा बलों को इन जगहों पर चलाए गए ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने दर्जनभर नक्सलियों को मार गिराया है। ऑपरेशन के बाद सर्चिंग जारी है उसके बाद स्पष्ट होगा कि नक्सलियों को कितना नुकसान हुआ है। फिलहाल बीजापुर में IED से घायल हुए दोनों जवान खतरे से बाहर हैं। डॉक्टरों की टीम लगातार निगरानी कर रही हैं। मुख्य धारा में वापस लौटे नक्सली विजय शर्मा ने आगे कहा कि नक्सलियों को हथियार छोड़कर मुख्य धारा में वापस लौटना चाहिए। उनके 3 साल तक रहने खाने की व्यवस्था की जाएगी। उन्हें 10 हजार रुपये महीना भी दिया जायेगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास और प्लाट दिया जाएगा। उन्हें सरकार के साथ विकास में सहयोग करना चाहिए।