हर साल 14 सितंबर को मनाए जाने वाले हिंदी दिवस का उद्देश्य भाषा के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उस घटना को भी याद करना है जब इसे भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक के रूप में अपनाया गया था। भारत की संविधान सभा ने 1949 में, हिंदी को मान्यता दी थी और देवनागरी लिपि में लिखी गई एक इंडो-आर्यन भाषा को देश की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया था। यह भारत गणराज्य की 22 अनुसूचित भाषाओं में से एक है।
यह स्कूलों और कॉलेजों के साथ-साथ कार्यालयों में भी मनाया जाता है। इस दिन, छात्रों को भाषा प्रतियोगिताओं के साथ-साथ निबंध और पत्र-लेखन सहित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।इसी दिन देश के राष्ट्रपति हिंदी भाषा और साहित्य में योगदान के लिए लोगों को सम्मानित भी करते हैं।2011 की जनगणना के अनुसार, आज अकेले भारत में लगभग 43.6 प्रतिशत वक्ता हैं, जो हिंदी को अपनी मातृभाषा के रूप में पहचानते हैं।भाषा के अन्य रूप भी हैं, जैसे अवधी, ब्रज और खड़ी बोली।
पीएम मोदी ने इस अवसर पर टवीट कर हिंदी दिवस की बधाई दी
आप सभी को हिन्दी दिवस की ढेरों बधाई। हिन्दी को एक सक्षम और समर्थ भाषा बनाने में अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। यह आप सबके प्रयासों का ही परिणाम है कि वैश्विक मंच पर हिन्दी लगातार अपनी मजबूत पहचान बना रही है।
— Narendra Modi (@narendramodi) September 14, 2021