भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजे से ठीक पहले एचडीएफसी बैंक ने यह कदम उठाया है। ऐसा अनुमान है कि महंगाई पर कंट्रोल के लिए एक बार फिर रिजर्व बैंक रेपो रेट में बढ़ोतरी कर सकता है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक चल रही है। इस बैठक के नतीजे आने से पहले प्राइवेट सेक्टर के HDFC बैंक ने लोन पर फिर झटका दिया है। बैंक ने मंगलवार को लोन दरों में 0.35 प्रतिशत की वृद्धि की है। बैंक द्वारा दो माह में यह ब्याज दरों में दूसरी बढ़ोतरी है। दो बार में एचडीएफसी बैंक ने लोन पर ब्याज दरों में 0.60 प्रतिशत की वृद्धि की है।
कितनी की गई बढ़ोतरी: एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट पर डाली गई सूचना के अनुसार, सात जून से बैंक ने अपनी MCLR को 0.35 प्रतिशत बढ़ा दिया है। बैंक की एक साल की MCLR 7.50 प्रतिशत से बढ़कर 7.85 प्रतिशत हो गई है। वहीं तीन साल की MCLR 7.70 प्रतिशत से 8.05 प्रतिशत हो गई है। इसके बढ़ जाने से MCLR आधारित नए लोन की ब्याज दरें महंगी हो जाएंगी। वहीं, पहले से जिन लोगों का लोन चल रहा है, उनकी भी मासिक किस्त बढ़ जाएगी।
अहम है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजे से ठीक पहले एचडीएफसी बैंक ने यह कदम उठाया है। ऐसा अनुमान है कि महंगाई पर कंट्रोल के लिए एक बार फिर रिजर्व बैंक रेपो रेट में बढ़ोतरी कर सकता है। इससे लोन और ज्यादा महंगा हो जाएगा।
आपको बता दें कि बीते चार मई को बिना किसी पूर्व-निर्धारित कार्यक्रम के रिजर्व बैंक ने अचानक रेपो दर में 0.40 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सबको चौंका दिया था। फिलहाल रेपो दर 4.40 प्रतिशत पर है।