खैरागढ़ जिले की छुईखदान नगर पंचायत की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष और दो बार नगर पंचायत अध्यक्ष रहे गिरीराज किशोरदास ने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया। रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की मौजूदगी में उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ली। किशोरदास ने भाजपा छोड़ने का कारण पार्टी में बढ़ते परिवारवाद और कार्यकर्ताओं की अनदेखी को बताया। किशोरदास ने कहा कि पार्टी नेतृत्व क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की मेहनत और जनभावनाओं की अनदेखी कर रहा है। वहीं, कांग्रेस की नीतियां और मुख्यमंत्री बघेल का नेतृत्व उन्हें प्रभावित कर रहा है। शीतल की उम्मीदवारी का विरोध बताया जा रहा है कि छुईखदान नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने वरिष्ठ नेता खुबचंद पारख की बेटी शीतल जैन को प्रत्याशी बनाया है। शीतल की उम्मीदवारी का विरोध पार्टी के भीतर से ही हो रहा है। परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप भाजपा की पार्षद शैव्या वैष्णव ने भी इस फैसले का विरोध करते हुए पार्टी पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने सोमवार को रोते हुए एक वीडियो जारी कर अपनी व्यथा सुनाई थी। छुईखदान का राजनीतिक समीकरण बदला गिरीराज किशोरदास के कांग्रेस में शामिल होने से छुईखदान का राजनीतिक समीकरण बदल गया हैं। आगामी नगर पंचायत चुनाव में यह घटनाक्रम कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है, जबकि भाजपा के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन गया है।