गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के बंशीताल गांव में 2 साल से लापता मंदिर के सेवादार बुधवार रात वापस लौटे। सेवादार बोधन सिंह दो साल पहले कुछ साथियों के साथ वृंदावन गए हुए थे, जहां ट्रेन से वापस आने के दौरान भीड़भाड़ में अपने साथियों से बिछड़ गए और ग्वालियर पहुंच गए थे। ग्वालियर के डबरा में अपना घर आश्रम के सदस्यों ने उन्हें आश्रम लाया और दो साल उनकी देखरेख की। किसी तरह जब उन्होंने अपना पता बताया तो मरवाही थाने से जानकारी लेकर बंशीताल गांव के सरपंच से संपर्क किया गया। जिसके बाद यहां से उनके परिवार के लोग ग्वालियर पहुंचे। सेवादार बोधन सिंह जब 2 साल बाद वापस अपने घर लौटे तो उन्हें सामने देख उनके भतीजे श्याम रोने लगे, रोते रोते श्याम को अटैक आ गया और वो वहीं गिर पड़े। जिसके बाद आश्रम के लोगों ने उन्हें सीपीआर दिया और अस्पताल ले जाकर उनकी जान बचाई। बता दे कि बोधन सिंह बंशीताल गांव के मंदिर में सेवा देते थे, उनके लौटने के बाद भव्य स्वागत किया गया। गांव में त्योहार का माहौल बन गया, परिजनों और ग्रामीणों ने उनकी आरती उतारी, पटाखे फोड़कर आतिशबाजी की गई।