मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना से लोगों को मिल रही है बेहतर स्वास्थ्य सुविधा
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के लोगों के प्रति संवेदनशील सोच से आज प्रदेश के हर वर्ग के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही है। लोगों को घर के नजदीक ही निःशुल्क और उत्तम स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए छत्तीसगढ़ शासन लगातार प्रयासरत है। शहरी क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों के लिए राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना की शुरूआत की गई है। जिसके माध्यम से लोगों को घर के नज़दीक ही बेहतर और निःशुल्क इलाज व लैब टेस्ट की सुविधा मिल रही है। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत गरियाबंद जिले में कैम्प के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाई जा रही है। गरियाबंद की नीरा बाई ने बताया कि इस मोबाइल मेडिकल यूनिट से हमें अच्छा इलाज मिल रहा है। जब से यह योजना शुरू हुई है तब से यही स्वास्थ्य लाभ ले रहीं हूँ। अब बड़े अस्पतालों के चक्कर लगाने की जरुरत नहीं पड़ती और पैसे की बचत होती है। उन्होंने इस योजना और प्रदेश सरकार के खुशहाल 4 साल के लिए प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री श्री बघेल और छत्तीसगढ़ शासन को धन्यवाद ज्ञापित किया।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों को घर के नज़दीक ही उत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना शुरू की गई है। जिसके तहत मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) एम्बुलेंसों के जरिए डॉक्टर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना का विस्तार नगर निगमों के बाद अब नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों तक किया गया है। नागरिकों को मोबाइल मेडिकल यूनिट के द्वारा कैम्प के माध्यम से निःशुल्क परामर्श, उपचार, दवाइयां और लैब टेस्ट की सुविधा प्रदान की जा रही है।
गरियाबंद जिले में मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत 205 स्थानों में कैम्प लगाकर अब तक 16 हजार 267 लोगों का उपचार किया गया है। वहीं 15 हजार 176 मरीज़ों को निःशुल्क दवाई वितरण किया गया है। जिसमें जिले के सभी 04 नगरीय निकायों में 4 हजार 686 लोगों का निःशुल्क लैब टेस्ट किया गया है। जिसमें नगरपालिका परिषद गरियाबंद में 57 स्थानों में कैम्प लगाकर 4 हजार 136 मरीजों का उपचार कर 3 हजार 946 मरीजों को निःशुल्क दवाई वितरण किया गया है व 1 हज़ार 91 मरीजों का स्वास्थ्य जांच किया गया है। इसी प्रकार नगर पंचायत राजिम में 53 स्थानों पर कैम्प लगाकर 4 हजार 752 मरीजों का उपचार कर 4 हजार 512 मरीजों को निःशुल्क दवाई वितरण किया गया व 01 हज़ार 176 मरीजों का स्वास्थ्य जांच किया गया। नगर पंचायत फिंगेश्वर में 52 स्थानों पर कैम्प लगाकर 4 हजार 642 मरीजों का उपचार कर 4 हजार 380 मरीजों को निःशुल्क दवाई वितरण व 1 हजार 257 मरीजों का स्वास्थ्य जांच किया गया। नगर पंचायत छुरा में 43 स्थानों पर कैम्प लगाकर 2 हजार 737 मरीजों का उपचार कर 2 हजार 338 मरीजों को निःशुल्क दवाई वितरण तथा 01 हजार 162 मरीजों का स्वास्थ्य जांच किया गया है।