Yog Mudra: हाथों से की गई मुद्राएं आपके शरीर के एलिमेंट्स को बैलेंस करती हैं। यहीं सर्दी, खांसी, डायबीटीज, थायरॉयड, डिप्रेशन जैसी समस्याओं के लिए बेहद काम की मुद्रा है। सीखें इसे कैसे कर सकते हैं।

ऐसा माना जाता है कि मुद्रा दिमाग को बॉडी से लिंक करती हैं। ये कुछ हॉरमोन्स स्टिम्युलेट करती हैं। मुद्राएं योग का ही हिस्सा हैं। इन्हें हाथ और उंगलियों को मोड़कर किया जाता है। इन्हें एनर्जी फ्लोइंग पोस्चर मानते हैं जो कि प्राणिक ऊर्जा कनेक्ट करते हैं। मुद्राएं कई तरह की होती हैं। आज हम सूर्य मुद्रा को करने के तरीके और इसके फायदे के बारे में बात करेंगे। इसे अग्नि मुद्रा भी कहते हैं। सूर्य मुद्रा शरीर में फायर एलिमेंट को बढ़ाकर अर्थ एलिमेंट को बाहर करती है।

कई रोगों का इलाज

आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा के मुताबिक, सूर्य मुद्रा वजन कम करने, डायबीटीज, थायरॉयड, मेटाबॉलिजम, कब्ज, पीसीओसी, सर्दी, खांसी, गैस और पेट फूलने जैसी समस्याओं के लिए बेस्ट है। यह मुद्रा आपका फोकस और कॉन्फिडेंस बढ़ाती है साथ ही ऐंग्जाइटी और डिप्रेशन कम करती है। यहां जानें करने का तरीका…

ऐसे करें मुद्रा

-कम्फर्टेबल पोजिशन में बैठ जाइए। फर्श के बजाए चटाई बिछाकर बैठें।

-अपने हाथ अपने घुटनों या जांघों पर रख लें। हथेलियों को ऊपर की ओर यानी छत की तरफ कर लें।

-आंख बंद करके कुछ गहरी सांसें लें।

-अब अपनी रिंग फिंगर को मोड़ें। इसे अंगूठे से दबाने की कोशिश करें। इतना प्रेशर डालें कि बर्दाश्त हो सके। आप जितना दवाब डालेंगे उतना फायर एलिमेंट बढ़ेगा। दूसरे हाथ में भी ऐसा साथ में करते रहें। आप यह मुद्रा रोजाना 30 से 45 दिन तक करें। आप एक बार करें या दिन में तीन बार 10 से 15 मिनट तक कर सकते हैं। ज्यादा न करें वर्ना शरीर में ज्यादा हीट पैदा होगी।

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