लोगों में पढ़ने की आदत बढ़े इसलिए शहर के गार्डनों में शाम में निशुल्क चलित पुस्तकालय चलाया जा रहा है। इसमें देश के कई साहित्यकारों के साथ ही बड़े लेखकों की किताबें रखी जाती हैं। ताकि गार्डन में आने वाले लोग इसे वहीं बैठकर पढ़ सके। इससे गार्डन में भी मोबाइल देखने की लत छूटेगी। इस पुस्तकालय में लोग अपनी पुरानी किताबें भी दान कर सकते हैं। जिससे लोगों को कई वैराइटी की किताबें पढ़ने को मिले सके। इसका लाइब्रेरी का असर भी दिख रहा है। गार्डन में आने वाले लोग इन किताबों को पढ़ने में दिलचस्पी भी दिखाकर कई देर तक पढ़ भी रहे हैं।