16 अगस्त 20 साल से अधिक समय के बाद संघर्षग्रस्त मणिपुर में सिनेमा की वापसी हुई, जब चूड़ाचांदपुर में एक अस्थायी ओपन एयर थिएटर में पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक पर एक बॉलीवुड फिल्म दिखाई गई.
नई दिल्ली :
16 अगस्त 20 साल से अधिक समय के बाद संघर्षग्रस्त मणिपुर में सिनेमा की वापसी हुई, जब चूड़ाचांदपुर में एक अस्थायी ओपन एयर थिएटर में पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक पर एक बॉलीवुड फिल्म दिखाई गई. विक्की कौशल अभिनीत ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ में रेंगकाई (लम्का) में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया. प्रतिबंधित पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की राजनीतिक शाखा ‘रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट’ द्वारा सितंबर 2000 में हिंदी फिल्मों पर लगाए गए प्रतिबंध के प्रति अपना विरोध व्यक्त करने के लिए मंगलवार को हमार स्टूडेंट्स एसोसिएशन (एचएसए) द्वारा स्क्रीनिंग का आयोजन किया गया था.
उन्होंने कहा, ‘हमारे शहर में किसी फिल्म का प्रदर्शन हुए दो दशक से अधिक समय हो गया है. माइतेई लोगों ने लंबे समय से हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध लगा रखा है’. इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम के प्रवक्ता गिन्ज़ा वुअलज़ोंग ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, ‘आज का कदम मैतेई समूहों की राष्ट्र-विरोधी नीतियों को चुनौती देना और भारत के प्रति अपना प्यार दिखाना है’. संगठन खुद को कुकी जनजातियों की आवाज बताता है.
फिल्म की स्क्रीनिंग से पहले राजधानी शहर से 63 किमी दूर स्थित ओपन एयर थिएटर में राष्ट्रगान बजाया गया. मणिपुर में 3 मई से बहुसंख्यक मैतेई और आदिवासी कुकी समुदायों के बीच बड़े पैमाने पर जातीय संघर्ष हो रहा है और अब तक 160 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं.