अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के साथ ही अब यहां हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं। यहां काबुल एयरपोर्ट पर फायरिंग हुई है। जिसके चलते कई उड़ाने रोक दी गई है। वहीं दूसरी ओर लोग अब देश छोड़कर भाग रहे हैं। लोगों को ये डर है कि तालिबान फिर से नागरिकों के साथ क्रूरता जैसी हरकत को अंजाम देगा। तालिबान का अफगानिस्तान के 65 फीसदी इलाके पर कब्जा हो गया है। सबसे पहले देश के मंत्रियों और नेता फरार हो गए। इसके बाद राष्ट्रपति भी देश छोड़कर चले गए। वहीं अब यहां तालिबान हुकूमत के चलते लोगों में आतंक है।
तालिबान के एक अधिकारी ने कहा है कि विद्रोही संगठन जल्द ही काबुल स्थित राष्ट्रपति परिसर से अफगानिस्तान को इस्लामी अमीरात बनाने की घोषणा करेगा। वहीं सेना प्रमुख बर्खास्त कर दिए गए हैं। इधर काबुल में अमेरिकी दूतावास के पास दो बड़े धमाके हुए हैं। हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
अमेरिका ने अपने नागरिकों से सुरक्षित स्थानों पर छिपने के लिए कहा है। इस घटनाक्रम पर पूरी दुनिया की नजर है और आज UNSC की आपात बैठक भी होने जा रही है। जिसमें अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे को लेकर चर्चा होगी।