कोंडागांव जिले में एक किसान ने रासायनिक खेती छोड़कर जैविक खेती अपनाया है। ग्राम सोनाबाल के कार्तिक बघेल पिछले 5 सालों से मात्र एक एकड़ जमीन में पूरी तरह से देसी तकनीक से ऑर्गेनिक सब्जियों की खेती कर रहे हैं। बघेल अपनी जमीन में कई प्रकार की सब्जियां जैसे हरी गोभी, पिंक पत्ता गोभी और पीली शिमला मिर्च उगा रहे हैं। उनकी ऑर्गेनिक सब्जियों की कीमत बाजार में सामान्य सब्जियों से काफी अधिक है। पीली, पिंक और हरी गोभी लोग दूर-दूर से उनकी ऑर्गेनिक सब्जियां खरीदने आते हैं। जहां सामान्य पीली गोभी 60 रुपए प्रति किलो बिकती है, वहीं उनकी हरी और पिंक गोभी 100 से 140 रुपए प्रति किलो तक बिक रही है। सालाना 2 से 3 लाख रुपए तक की आमदनी किसान कार्तिक का कहना है कि पहले वह हाइब्रिड सब्जियां उगाते थे, जिसमें पैदावार ज्यादा होने के बावजूद मुनाफा कम होता था। लेकिन जैविक खेती अपनाने के बाद उन्हें सालाना 2 से 3 लाख रुपए तक की आमदनी हो रही है। जैविक सब्जियां में होते है औषधीय गुण विशेषज्ञ डॉ. आर.के. सिंह के मुताबिक, ब्रोकली जैसी जैविक सब्जियां न केवल पोषण की दृष्टि से बेहतर हैं, बल्कि इनमें कई औषधीय गुण भी हैं। ये दिल की बीमारियों, पेट की समस्याओं से बचाव करने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करती हैं। इन सब्जियों में 4 महत्वपूर्ण विटामिन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। गोबर खाद से खेती करने की सलाह कार्तिक का मानना है कि किसानों को रासायनिक खाद छोड़कर देसी गोबर खाद से खेती करनी चाहिए, क्योंकि इससे न केवल अच्छी पैदावार और मुनाफा मिलता है, बल्कि लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है।