जयपुर:
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के नौ साल के कार्यों से लोगों के जीवन में वाकई परिवर्तन आया है. मोदी सरकार ने इन नौ सालों में भारत को पांचवीं सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में पेश किया है और आज दुनिया का हर देश भारत के साथ व्यापार करने को आतुर है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि झूठे आश्वासन और वादे अब जनता को गुमराह नहीं कर सकते और देश की जनता अब नई आशा तथा नई अपेक्षा के साथ जीना चाहती है. उन्होंने कहा कि देशभर में आम व्यक्ति के लिए हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते नौ वर्ष में किया है. इसके साथ ही गोयल ने भ्रष्टाचार व प्रश्नपत्र लीक सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा.
गोयल ने सोमवार को मोदी सरकार के नौ वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित प्रबुद्धजन कार्यक्रम को संबोधित किया.
उन्होंने कहा कि देश की 140 करोड़ जनता से प्रधानमंत्री मोदी का सीधा जुड़ाव है, क्योंकि लोगों के जीवन में वाकई परिवर्तन आया है. गोयल ने कहा कि मोदी सरकार ने इन नौ सालों में भारत को पांचवी सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में प्रस्तुत किया है और इसी का परिणाम है कि आज विश्व का हर देश भारत के साथ व्यापार करने को आतुर है.
उन्होने कहा कि नौ साल में शोषित, पीड़ित, वंचित और समाज के सबसे अंतिम छोर के व्यक्ति तक योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचा है. हवाईअड्डा, रेलवे और एक्सप्रेसवे बनाने पर मोदी सरकार में तेज रफ्तार से काम हुए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगले सप्ताह होने वाले अमेरिका दौरे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी अमेरिकी संसद कांग्रेस को दूसरी बार संबोधित करेंगे. गोयल ने कहा कि विश्व के इतिहास में विंस्टन चर्चिल और नेल्सन मंडेला के बाद यह सौभाग्य भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ही मिला है.
गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए गोयल ने कहा कि देश की जनता को तुष्टिकरण वाली नहीं, बल्कि सशक्त सरकार चाहिए. गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल जनता को विकास से वंचित रखना ही भ्रष्टाचार है.
इस दौरान उन्होंने कहा कि अलवर में चंबल नदी से पानी लाने के लिए केंद्र सरकार ने 5782 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी है, लेकिन प्रदेश की भ्रष्ट गहलोत सरकार ने उसे भी अटका दिया.
गोयल ने कहा कि कांग्रेस सरकार अपने घोषणा पत्र में किए गए वादे तक पूरे नहीं कर पाई और बेरोजगारी भत्ता तथा किसानों की कर्जमाफी जैसे वादे झूठे साबित हुए.