छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले से लगे मध्य प्रदेश बार्डर के गांव में हाथियों ने गुरुवार देर रात जमकर उत्पात मचाया। एक ही परिवार के तीन लोगों की जान ले ली और कई मकान क्षतिग्रस्त कर डाले। मरने वालों में 4 साल का बच्चा और उसके दादा-दादी भी हैं। गांव में घुसे हाथियों को भगाने के लिए ग्रामीण पटाखे फोड़ रहे थे। इसके चलते हाथी भड़क गए। ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम पहुंच गई है।

 

मध्य प्रदेश की ओर से 7 हाथियों के दल ने कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ में कुल्हारी वन परिक्षेत्र में प्रवेश किया थाा। दल में हाथियों के 2 बच्चे भी शामिल हैं। यहां से बार्डर से लगे अनूपपुर जिले के ग्राम बेलगांव में देर रात पहुंच गए। हाथियों के गांव में होने की सूचना मिलने पर ग्रामीणों ने उन्हें भगाने के लिए पटाखे फोड़ने शुरू कर दिए। पहले तो हाथी इधर-उधर दौड़ते रहे, लेकिन फिर उग्र हो गए और हमला कर दिया।

 

हाथियों के कई मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया। अंदर घुसकर भी तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसके बाद ग्रामीण निकलकर बाहर भागने लगे। इस दौरान हाथी ने खेत में झोपड़ी बनाकर रह रहे लोगों पर हमला कर दिया।इसमें गयादीन केवट ( 55 ), मुन्नी बाई केवट (50) और उनके 4 साल के बेटे राजकुमार केवट पटक-पटक कर मार दिया। देर रात तक हंगामा मचाने के बाद हाथी एक बार फिर केल्हारी वन परिक्षेत्र में प्रवेश कर गए हैं।

 

हाथियों के रात भर चले हंगामे में ग्रामीणों ने किसी तरह छिपकर अपनी जान बचाई। सूचना मिलने पर सुबह वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने नुकसान का जायजा लिया है। ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए भी कहा गया है। फिलहाल, हाथियों को भगाने के इंतजाम किए जा रहे हैं। ग्रामीणों ने भी हाथियों से छुटकारा दिलाने की मांग वन विभाग और सरकार से की है। साथ ही पीड़ित परिवार और नुकसान के लिए आर्थिक मदद मांगी है।

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