छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के दोनों ही वन मंडलों में हाथियों की मौजूदगी है। बीती रात छाल वन परिक्षेत्र का सीसीटीवी फूटेज सामने आया है। जिसमें हाथी धान खरीदी केन्द्र तक पहुंच गए, लेकिन वहां ग्रामीणों की मौजूदगी के कारण धान को खा नहीं सके। वहीं एक हाथी ने ग्रामीणों को दौड़ाया और फिर वापस जंगल की ओर लौट गया। सोमवार की रात करीब 9 बजे कुड़ेकेला सर्किल में एक हाथी जंगल से निकलकर धान खरीदी केन्द्र तक पहुंचा था। जब हाथी के आने की जानकारी यहां के चैकीदार को लगी, तो उसने इसकी सूचना वन अमला को दी। ऐसे में वनकर्मी व ग्रामीण यहां पहुंच गए और टार्च जलाकर उसे भगाने लगे, लेकिन हाथी कुछ देर बाद हाथी उनकी तरफ दौड़ा और धान खरीदी केन्द्र के गेट में लगे लकड़ी को तोड़कर वापस लौट गया। वहीं बताया जा रहा है कि जिले में 83 हाथियों की मौजूदगी है। झुंड से अलग कर रहा विचरण
बीती रात ग्राम कटाईपाली सी गांव के धान खरीदी केन्द्र में भी एक हाथी पहुंच था। यह हाथी भी ग्रामीणों की मौजूदगी की वजह से अंदर नहीं घूसा, लेकिन मंडी में लगे सीसीटीव फूटेज में वह साफ नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि यह 32 हाथी के दल में था, पर अभी अकेला विचरण कर रहा है और रात में घरघोड़ा रेंज की ओर चले गया। लगातार निगरानी कर रहे
छाल रेंज के प्रभारी रेंजर चंद्रविजय सिंह सिदार ने बताया कि हाथियों पर लगातार निगरानी की जा रही है। धान खरीदी केन्द्रों में धान नुकसान नहीं किया है। वहां चैकीदार व वनकर्मियों की मौजूदगी को देखकर वापस लौट गया। धान खरीदी केन्द्रों के बाहर रात में अलाव जलाने भी कहा गया है। ताकि हाथी वहां तक नहीं पहुंचे।