Earthquake in Punjab, Earthquake Today, Earthquake in Amritsar Punjab News: पंजाब के अमृतसर में भूकंप में झटके महसूस किए गए हैं।
Earthquake in Punjab News in Hindi: पंजाब के अमृतसर में सोमवार (14 नवंबर, 2022) को सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.1 मापी गई। भूकंप सोमवार सुबह करीब 3.42 बजे आया। इससे पहले दिल्ली-एनसीआर में पिछले एक हफ्ते में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए।
इससे पहले दिल्ली-एनसीआर में पिछले एक हफ्ते में दो बार भूकंप आया है। 12 नवंबर को दिल्ली-एनसीआर और उत्तराखंड में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। दिल्ली-एनसीआर और उत्तराखंड में भूकंप के झटकों की तीव्रता 5.4 मापी गई है। शनिवार रात 7 बजकर 57 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे और इसका सेंटर नेपाल में बताया गया।भूकंप का केंद्र नेपाल रहा था।
दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में 8 नवंबर की देर रात 1.57 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.3 मापी गई थी और भूकंप का केंद्र नेपाल में था। वहीं इसके बाद नेपाल में डेढ़ घंटे में दो झटके महसूस किए गए थे। बता दें कि भूकंप के कारण नेपाल के डोटी जिले में एक घर गिर जाने से 6 लोगों की मौत हो गई थी।
वहीं 7 नवंबर की सुबह अफगानिस्तान के उत्तरी बदख्शान प्रांत में सुबह भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 मापी गयी थी और भूकंप का केंद्र जुरम जिले में जमीनी सतह से 103 किलोमीटर की गहराई पर था। बदख्शान प्रांत के फायजाबाद शहर के साथ-साथ ताजिकिस्तान के कई इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि अच्छी खबर ये भी थी कि इस भूकंप में किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली थी।
25 मार्च 2015 में आए भूकंप में 8 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई
हाल के सालों में आए भूकंप के झटकों की बात करें तो 28 मार्च, 2021 को असम भूकंप आया था, जिसमें दो लोगों की मौत हुई थी। 24 जुलाई, 2019 को महाराष्ट्र को आए भूकंप में एक शख्स की मौत हुई थी। 2 सितंबर, 2018 को असम में आए भूकंप में एक की मौत और 25 लोग घायल हुए थे। 26 अक्टूबर, 2015 को आए भूकंप ने एशिया के तीन देशों में तबाही मचाई थी। जिसमें भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तानल में कुल 399 लोगों की मौत हुई थी। वहीं 25 मार्च, 2015 को भारत और नेपाल में आए भूकंप ने भयंकर तबाही मचाई थी, जिसमें आठ हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।