भास्कर न्यूज | महासमुंद कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सोमवार को कलेक्टर विनय कुमार लंगेह की अध्यक्षता में सुशासन सप्ताह पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें सुशासन सप्ताह अंतर्गत किए गए कार्यों की समीक्षा के साथ विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा की गई। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने कहा कि सुशासन सप्ताह अंतर्गत योजनाओं की पहुंच आम लोगों तक आसानी से हो और जरूरतमंद और पात्र हितग्राहियों का योजनाओं का लाभ समय सीमा के भीतर मिले यही सुशासन सप्ताह का उद्देश्य है। किसी हितग्राहियों को बेवजह भटकना न पड़े। उन्होंने कहा कि सप्ताह अंतर्गत गांवों में जन समस्या निवारण शिविर लगाकर समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। जिला में किए जा रहे विभिन्न कार्यों की भी जानकारी दी। ई-गवर्नेंस के तहत समय सीमा की बैठक को डिजिटलाइज किया गया है। इसके साथ ही स्कूली बच्चों का जाति प्रमाण पत्र मिशन मोड में बनाया जा रहा है। पीएम आवास योजना अंतर्गत 70 हजार आवास बनाए गए हैं। इसी तरह अन्य विकास कार्यों को भी रेखांकित किया गया। डीएफओ पंकज राजपूत ने कहा कि वास्तव में सुशासन लोकतंत्र का हिस्सा है। जिसमें लोगों तक योजनाओं की पहुंच को सुलभ बनाता है। उन्होंने कहा कि सुशासन के माध्यम से विकसित राज्य की संकल्पना को पूरा किया जा सकता है। योजनाओं की क्रियान्वयन के माध्यम से सुशासन की अवधारणा को पूरा किया जा सकता है। उन्होंने विजन डॉक्यूमेंट 2047 पर चर्चा करते हुए कहा कि डॉक्यूमेंट हमेशा परिणाम और परिमाण मूलक हो। आने वाले वर्षों तक जिले की विकास कार्यों को लेकर यह डॉक्यूमेंट तैयार किया जाएगा। विजन डॉक्यूमेंट 2047 अंतर्गत विकास के सभी आयामों को समाहित किया जाएगा। साथ ही जिला की विशिष्ट पहचान और विशेषताओं को शामिल करते हुए तैयार किया जाएगा। जिसमें प्रमुख रूप से कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला बाल विकास, अधोसंरचना विकास विभाग, पर्यावरण सहित सभी जरूरी पहलुओं को शामिल किया जाएगा। मानव संसाधन के दक्षता विकास पर भी जोर दिया। अधिकारी-कर्मचारियों ने अपने विचार रखें। इस मौके पर अपर कलेक्टर रवि कुमार साहू सहित जिला अधिकारी मौजूद थे।