अब तक 275 में से 151 मृतकों की ही पहचान हो चुकी है, जबकि अब शवों को प्रिजर्व करने की कोशिशें की जा रही है.
बालासोर के भयानक ट्रेन हादसे में 275 लोगों ने अपनी जान गंवाई. इस दर्दनाक रेल हादसे ने हर किसी को गमगीन कर दिया. अब मृतकों के शव उनके परिवारों को सौंपे जा रहे हैं. मृतकों के शरीर को प्रिजर्व करने और उनके पोस्टमार्टम में वहां के डॉक्टरों की सहायता के लिए दिल्ली से गए डॉक्टर पहुंच चुके हैं. जानकारी के मुताबिक अब तक 275 में से 151 मृतकों की ही पहचान हो चुकी है, जबकि अब शवों को प्रिजर्व करने की कोशिशें की जा रही है.
ओडिशा में हुए इस रेल दुर्घटना को 60 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं. एनाटॉमी और फॉरेंसिक मेडिसिन डिपार्टमेंट के डॉक्टर्स और स्टाफ की टीम दिल्ली से बालासोर पहुंची. साथ ही दिल्ली के सेंट्रल गवर्नमेंट के कई अस्पतालों से डॉक्टर और बाकी स्टाफ की टीम भी बालासोर पहुंची. जबकि कल पहुंची एम्स, लेडी हार्डिंग, राम मनोहर लोहिया आदि सेंट्रल गवर्नमेंट के अस्पतालों के डॉक्टर और स्टाफ भी पहुंचा हैं.
एनाटॉमी डिपार्टमेंट का काम डेड बॉडी को एम्बेलिंग के ज़रिए प्रिजर्व करने का होता है. जबकि, फोरेंसिक मेडिसिन का काम पोस्टमार्टम का है.