जिले को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में कलेक्टर श्री रोहित व्यास के मार्गदर्शन में निरंतर कार्य किया जा रहा है। इसी को लेकर विगत दिवस अनुविभागीय अधिकारी राजस्व की अध्यक्षता में टीबी फोरम की बैठक हुई थी । बैठक में लिए गये निर्णयों को ध्यान में रखते हुए और अनुविभागीय अधिकारी के निर्देशों के परिपालन में स्वास्थ्य विभाग ओड़गी द्वारा बैठक आहूत की गई। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के ब्लॉक तथा सेक्टर सहित सभी कार्यकर्ता और अधिकारी एवं क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में सहयोगी संस्था पिरामल फाऊंडेशन के सदस्य उपस्थित रहे।
इस दौरान विभागीय कर्मचारियों को जमीन स्तर मिलने वाली चुनौतियों पर भी चर्चा की गई। इस राष्ट्रीय कार्यक्रम को लेकर राज्य शासन और जिला प्रशासन से प्राप्त निर्देशों के सफल क्रियान्वयन को लेकर भी व्यापक चर्चा की गई । गौरतलब है कि विगत वर्ष ओड़गी विकासखण्ड़ के बारह पंचायतों ने टीबी मुक्त पंचायत के मापदंडों को पुरा किया था। इसी क्रम में इस बार सभी पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि जिला कलेक्टर श्री व्यास के द्वारा टीबी बीमारी एवं एनसीडी स्क्रीनिंग को लेकर विशेष दिशा निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं। ओड़गी ब्लॉक को टीबी मुक्त बनाने के लिए विशेष रूप से रणनीति निर्धारण हेतु उपस्थित पिरामल फाऊंडेशन के श्री राज नारायण द्विवेदी ने बताया कि 2025 तक सम्पूर्ण भारतवर्ष को टीबी मुक्त बनाना है जिस क्रम में टीबी मुक्त पंचायत की प्रक्रिया चल रही है। यदि सभी स्वास्थ्य केंद्र अपने लक्ष्यों के अनुरूप कार्ययोजना बनाकर चले तो टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य शीघ्र प्राप्त हो जायेगा। उन्होंने कहा कि जनसंख्या के अनुपात में जांच की सुनिश्चितता ही टीबी मुक्त पंचायत का प्रमुख मापदंड है ।