छत्तीसगढ़ मानव अधिकार आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष श्री गिरिधारी नायक, सदस्य श्री नीलमचंद सांखला सहित संयुक्त सचिव श्रीमती मीनाक्षी गांेडाले और कलेक्टर श्री पी.एस.एल्मा तथा पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल ठाकुर के साथ आज जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस मौके पर अध्यक्ष ने ओपीडी, आईपीडी सहित विभिन्न कक्षों, अस्पताल में मरीजों के लिए जनसुविधाओं, उन्हें उपलब्ध कराए जा रहे भोजन, ब्लड बैंक, आयुर्वेदिक विंग, पोषण पुनर्वास केन्द्र इत्यादि का सघन मुआयना किया। आयोग के अध्यक्ष श्री नायक ने इस मौके पर अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे मरीजों से भी चर्चा कर उनका हालचाल जाना तथा चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य लाभ दिए जाने की जानकारी मरीजों से ली। मरीजों ने अस्पताल की व्यवस्थाओं पर संतोष जताया। इस मौके पर पुरूष वार्ड के निरीक्षण के दौरान वहां प्लास्टर में सीपेज पाया गया तथा तथा शिशु वार्ड के निरीक्षण के दौरान वहां बालकनी से नीचे जल भराव पाया गया। इस पर आयोग के अध्यक्ष श्री नायक ने दीवार की मरम्मत तथा भरे पानी की सफाई कराने के निर्देश अस्पताल प्रशासन को दिए।
उन्होंने मौके पर मौजूद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.डी.के.तुर्रे से जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं की जानकारी ली। बताया गया कि महिला तथा पुरूष वार्ड 30-30 बिस्तरयुक्त हैं। इसी तरह ओपीडी में प्रतिदिन औसतन 300 मरीज अपना इलाज कराने आते हैं, जिसमें धमतरी जिले के अलावा आसपास के क्षेत्र के लोग भी सम्मिलित हैं। इसी तरह दस बिस्तरयुक्त पोषण पुनर्वास केन्द्र में गंभीर कुपोषित बच्चों को रखकर पोषण लाभ दिया जाता है। वर्तमान में यहां सात बच्चे स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। आयोग के अध्यक्ष द्वारा जिला अस्पताल में दवाइयों की उपलब्धता की भी जानकारी ली गई। बताया गया कि यहां एंटी रैबिज, एंटी स्नेक वेनम सहित सभी आवश्यक दवाइयां उपलब्ध हैं। डेंगू तथा चिकनगुनिया का एक भी मामला अब तक प्रकाश में नहीं आया है। इसके अलावा जिले में कोविड 19 के सक्रिय मरीज 11 हैं, जो कि होम आइसोलेशन में रहते हुए उपचार करा रहे हैं। जिले में कोविड 19 टीकाकरण की जानकारी देते हुए बताया गया कि अब तक लगभग 99ः को पहला डोज और 53ः को दूसरे डोज का टीका लग चुका है।