कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा ने आज सुबह जनपद पंचायत धमतरी के पंचायत सचिवों की बैठक लेकर गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी, पैरादान एवं गोठानों में आजीविकामूलक गतिविधियां विकसित करने संबंधी कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने पैरादान पर विशेष तौर पर फोकस करते हुए कहा कि गोठानों में चारे की उपलब्धता बेहद ज़रूरी है। अगर खेतों में पैरा या पराली जलते हुए दिखाई देती है तो उसके लिए सचिव जिम्मेदार होंगे। इसके अलावा उन्होंने जिले के सभी गोठानों का श्रेणीकरण (ग्रेडिंग) करने के लिए कृषि विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया, जिसके आधार पर वहां के कामों की समीक्षा कर प्रशासन द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। गोठानों में संतोषप्रद प्रदर्शन नहीं करने वाले पंचायत सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए भी कलेक्टर ने जनपद पंचायत के सी.ई.ओ. को निर्देशित किया।
जनपद पंचायत कार्यालय धमतरी के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने खेतों से गोठानों में पैरा का परिवहन करने के लिए मूलभूत मद अथवा 15वें वित्त की राशि का उपयोग करने के लिए कहा। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि किसी भी सक्रिय गोठान में गोबर खरीदी बंद नहीं होनी चाहिए। साथ ही गोठानों में आजीविकामूलक बहुउद्देशीय गतिविधियों को संचालित करने पर जोर देते हुए कहा कि महिला समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए बाड़ी विकसित करें। कलेक्टर ने बैठक में गोठानवार गोबर खरीदी, वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, पैरादान, पशुशेड, पशुओं के लिए पेयजल की उपलब्धता, एमआईएस प्रविष्टि आदि बिंदुओं पर सिलसिलेवार समीक्षा की। उन्होंने यह साफतौर पर कहा कि निरीक्षण के दौरान सभी गौठानों में मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए, अन्यथा संबंधित कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
इसके पहले, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती प्रियंका महोबिया ने गोठानों में अधोसंरचना, प्रतिदिन गोबर खरीदी, चरवाहे के गोबर का क्रय करने, चारागाह में बाड़ी विकास सहित विभिन्न एजेंडों पर पंचायत सचिवों की समीक्षा की और सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन मिशन मोड में करने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी कहा कि निरीक्षण के दौरान अगर गोठानों में गोबर के ढेर दिखे, तो उसे सचिव की व्यक्तिगत जिम्मेदारी मानी जाएगी। उन्होंने जिन गौठानों में बाउण्ड्री वॉल नहीं हैं वहां करौंदा के पौधे लगाकर फेंसिंग करने की बात कही। साथ ही पंचायत सचिवों को संबंधित क्लस्टर अधिकारी से समन्वय स्थापित कर गोठानों की मूलभूत कमियों को दूर करने के निर्देश दिए। बैठक में गोठानों के क्लस्टर अधिकारियों सहित कृषि एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।