जिले के ऐसे सभी 239 बच्चे, जो कोविड 19 संक्रमण से प्रभावित हुए हैं, उनकी उचित देखभाल और संरक्षण के लिए बाल कल्याण समिति के समक्ष उन्हें प्रस्तुत किया जाएगा। कलेक्टर श्री पी.एस.एल्मा ने इसके लिए विकासखण्डवार बाल कल्याण समिति की बैठक की तिथि तय करते हुए इन बैठकों में समिति के तीनों सदस्यों के समक्ष इन प्रभावित बच्चों को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक दो सितम्बर को बाल कल्याण समिति धमतरी में 89 बच्चे, चार सितम्बर को एकीकृत बाल विकास परियोजना नगरी में 24 बच्चे, छः सितम्बर को एकीकृत बाल विकास परियोजना कुरूद में 105 बच्चे और एकीकृत बाल विकास परियोजना मगरलोड में 13 सितम्बर को 21 बच्चे प्रस्तुत किए जाएंगे। कलेक्टर ने इसके साथ ही कोविड 19 संक्रमण से प्रभावित बच्चों का बाल स्वराज पोर्टल में एक से 13 सितम्बर तक पंजीयन करने के निर्देश दिए हैैं। इसके लिए श्री राजीव गोस्वामी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि 15 सितम्बर तक पोर्टल पर पंजीयन संबंधी प्रतिवेदन जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
गौरतलब है कि सोमवार 23 अगस्त को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्री यशवंत जैन ने महिला एवं बाल विकास, शिक्षा विभाग और बाल कल्याण समिति की बैठक ली थी। उन्होंने अगले 15 दिनों के भीतर ऐसे 239 बच्चे, जिन्हें स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा महतारी दुलार योजना से लाभान्वित किया जा रहा, उनकी सूची अनुसार एक योजनाबद्ध कार्यक्रम बनाते हुए सभी विकासखण्डों में बाल कल्याण समिति के सदस्यों को ले जाकर बैठक कराने के निर्देश दिए। इन बैठकों में संबंधित विकासखण्ड के चिन्हांकित बच्चों को भी बुलाए जाने के निर्देश भी उन्होंने दिए, ताकि इन बच्चों का आंकड़ा बाल स्वराज पोर्टल पर इंद्राज किया जा सके। जिससे इन बच्चों की समुचित देखभाल और संरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके। इसी तारतम्य में अब 02 सितम्बर से बाल कल्याण समिति की विकासखण्डवार बैठक रखी जाएगी।