दिल्ली में इस बार बीजेपी के 6 मौजूदा सांसदों ने चुनाव नहीं लड़ा है. सिर्फ उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से मनोज तिवारी एक बार फिर बीजेपी की ओर से चुनाव मैदान में नजर आए. वहीं, विपक्षी गठबंधन इंडिया के गठबंधन के तहत दिल्ली में इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मिलकर चुनाव लड़ा है. आम आदमी पार्टी ने 4 सीटों (नई दिल्ली, साउथ दिल्ली, वेस्ट दिल्ली और ईस्ट दिल्ली सीट ) और कांग्रेस ने 3(चांदनी चौक, नॉर्थ वेस्ट और नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की सीट) सीटों पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे. इस गठबंधन की वजह से ही बीजेपी को दिल्ली में कड़ा मुकाबला झेलना पड़ा. नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का लंबा दौर चला. इस बीच आम आदमी पार्टी से गठबंधन से खफा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने इस्तीफा भी दे दिया.साल 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सातों सीटें भारतीय जनता पार्टी की झोली में गई थीं. हालांकि, पोल ऑफ पोल्स के अनुसार, बीजेपी को 6 और कांग्रेस को 1 सीट मिलने का अनुमान थी. तब आम आदमी पार्टी सातों सीटें जीतने का दावा कर रही थी.
नई दिल्ली लोकसभा सीट
यह सीट इस बार काफी चर्चा में है. यहां से इस बार भाजपा ने दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं, आम आदमी पार्टी ने इस सीट पर मौजूदा विधायक सोमनाथ भारती को टिकट दिया है. ये दोनों ही अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. साल 2019 की बात करें, बीजेपी की मीनाक्षी लेखी ने इस सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन को 2 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था.
पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट
बीजेपी ने पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से इस बार हर्ष मल्होत्रा को मैदान में उतारा है. वहीं, आप ने कुलदीप कुमार को उम्मीदवार बनाया है. 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी के गौतम गंभीर और कांग्रेस प्रत्याशी अरविंदर सिंह लवली आमने-सामने थे. वहीं आप ने आतिशी को मैदान में उतारा था. इस सीट पर गौतम गंभीर ने जीत दर्ज की थी.
चांदनी चौक लोकसभा सीट
पुरानी दिल्ली की चर्चित सीट चांदनी चौक से इस बार कांग्रेस ने एक बार फिर अपने वरिष्ठ नेता जयप्रकाश अग्रवाल पर भरोसा जताया है. वहीं, भाजपा ने प्रवीण खंडेलवाल को उनके सामने उतारा है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में चांदनी चौक सीट से बीजेपी के वरिष्ठ नेता डॉ. हर्ष वर्धन ने जीत हासिल की थी, जिन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी बनाया गया था. हर्ष वर्धन ने कांग्रेस के जय प्रकाश अग्रवाल को बड़े अंतर से हराया था. आप ने भी इस सीट से अपने प्रत्याक्षी प्रत्याशी पंकज कुमार गुप्ता को मैदान में उतारा था, जो तीसरे नंबर पर रहे और उन्हें 1,44,551 वोट मिले थे.
उत्तर पूर्व दिल्ली लोकसभा सीट
उत्तर पूर्व दिल्ली लोकसभा सीट इस बार हेवी वेट उम्मीदवारों के कारण काफी चर्चा में है. बीजेपी ने इस सीट पर एक बार फिर मनोज तिवारी पर भरोसा जताया है. वहीं, कांग्रेस ने बड़ा दांव खेलते हुए इस सीट पर कन्हैया कुमार को मैदान में उतारकर मुकाबला दिलचस्प कर दिया है. साल 2019 की बात करें तो, बीजेपी के मनोज तिवारी ने इस सीट से कांग्रेस की शीला दीक्षित को हर दिया था. आम आदमी पार्टी के दिलीप पांडे इस सीट पर तीसरे नंबर पर रहे थे, जिन्हें 1,90,856 वोट मिले थे.
पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट
पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से इस बार बीजेपी ने कमलजीत सहरावत को चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं, गठबंधन के तहत इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने महाबल मिश्रा को टिकट दिया है. 2019 लोकसभा चुनाव में इस सीट की स्थिति की बात करें, तो भाजपा के प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने महाबल मिश्रा 3 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था. आम आदमी पार्टी के बलबीर जाखड़ यहां तीसरे नंबर पर रहे थे, जिन्हें 2,51,873 वोट मिले थे.
उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट
भाजपा के योगेंद्र चांदोलिया इस बार उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से कांग्रेस के उदित राज को टक्कर दे रहे हैं. बता दें कि उदित राज भाजपा में भी रह चुके हैं. साल 2019 लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. यहां से बीजेपी के हंसराज हंस ने 8,48,663 वोट हासिल किये थे. दिलचस्प बात यह थी कि कांग्रेस इस सीट पर तीसरे नंबर पर रही थी और आप के नेता गुगन सिंह 2,94,766 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर. कांग्रेस उम्मीदवार राजेश लिलोथिया को सिर्फ 2,36,882 वोट मिल थे.
दक्षिण दिल्ली लोकसभा सीट
भाजपा ने इस बार दक्षिण दिल्ली लोकसभा सीट पर बड़ा दांव खेलते हुए रामवीर सिंह बिधूड़ी को टिकट दिया. वहीं, आम आदमी पार्टी ने सही राम को चुनाव मैदान में उतारा है. साल 2019 में इस लोकसभा सीट पर बीजेपी के रमेश बिधूड़ी ने शानदार जीत हासिल की थी, उन्होंने आप के राघव चड्ढा को धूल चटाई थी. बिधूड़ी को यहां 6,87,014 वोट और राघव चड्ढा को सिर्फ 3,19,971 मिले थे.