दुर्ग | सुभाष नगर वार्ड 43 कसारीडीह दुर्ग में सिंह वाहिनी महिला मानस मंडली और मोहल्लेवासियों के सहयोग से श्रीमद् भागवत कथा कराई जा रही है। इसमें कथावाचक पं. संतोष महाराज बोड़ेगांव नंदकट्ठी ने रुक्मणी विवाह के प्रसंग पर कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि बेटी का विवाह लड़के का कुल, बेटी की इच्छा को ध्यान में रखकर करना चाहिए। रूक्मणी का विवाह उनके भाई द्वारा शिशुपाल से तय किया गया। जबकि रूक्मणी की इच्छा कन्हैया से विवाह करने की थी। कान्हा ने रूक्मणी की इच्छा को स्वीकार किया। पं. संतोष ने परीक्षित प्रसंग, सुखदेव कथा, गौरी पूजा का भी वर्णन किया। इस अवसर पर भजनों की प्रस्तुति पर भक्त झूमते रहे। कथा सुनने वार्ड 42 के पार्षद प्रकाश गीते, अनिकेत यादव, मनोज चंद्राकर, सिहवाहनी की अध्यक्ष शकुंतला राजपूत, त्रिवेणी वर्मा, शैल देवांगन, चित्ररेखा, लता, अन्नू, मीनाक्षी, सरला, घासिन सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।