राजस्थान (Rajasthan) में इन दिनों बड़े पैमाने पर साइबर ठगी की जा रही है. हालात यह हैं कि इस गिरोह ने पूरे प्रदेश में अपने पैर पसार लिए हैं. यह ठग (Thug) सक्रिय होकर जनता की खून पसीने की कमाई को महज चंद मिनटों में अकाउंट को हैक कर साइबर तरीके से खाली कर रहे हैं.
वहीं, प्रदेश में साइबर क्राइम को रोकने के लिए पुलिस कई तरह के प्रयास कर रही है लेकिन फिर भी पुलिस साइबर क्राइम (Cyber Crime) को रोकने में सफल नहीं हो पा रही है. साइबर क्राइम के ठग आईएएस- आईपीएस अधिकारियों से लेकर राजनेताओं तक को भी अपना निशाना बनाने से नही चूक रहे है.
20 करोड़ 97 लाख रुपये की ठगी
बता दें कि 1 अप्रैल से लेकर 1 अगस्त तक इन साइबर ठगों ने राजस्थान में करीब 2000 से ज्यादा लोगों को अपना निशाना बना लिया. इन 2000 लोगों से शातिर साइबर ठगों ने बैठे-बैठे करीब 20 करोड़ 97 लाख रुपये की ठगी कर ली.
इन सक्रिय साइबर ठगों पर लगाम कसने के लिए जयपुर कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच टीम और तकनीकी टीम अपनी नजर रखे हुए हैं. यह टीम इन साइबर ठगों पर कार्रवाई करने के लिए लगातार अपनी तकनीक का इस्तेमाल करते हुए लोगों को इनका शिकार होने से बचा रही है.
हेल्पलाइन नंबर जारी
यह कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच टीम का ही नतीजा है कि अब तक 1 करोड़ 90 लाख रुपये इन साइबर ठगों से बचाए गए हैं. जयपुर पुलिस (Jaipur Police) ने आमजनता से अपील की है कि साइबर ठगी होने पर पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 155260 पर कॉल करें ताकि पुलिस ठगी किए गए रकम को तुरंत बरामद कर सके.