राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से आज राजभवन में राज्य के विशेष पिछड़ी जनजातीय समुदाय के बच्चों के लिए, राज्य भर में संचालित आवासीय विद्यालयों के 130 विद्यार्थियों ने सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान राज्यपाल सुश्री उइके ने जनजाति समुदाय के बच्चों से बातचीत कीं। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों से उनके आवासीय विद्यालय में पढ़ाई की स्थिति की जानकारी ली।
राज्य के विशेष पिछड़ी जनजातियों अबुझमाड़िया, बैगा, बिरहोर, कमार एवं पहाड़ी कोरवा समुदाय के विद्यार्थियों को दो दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम के अंतर्गत रायपुर के चुनिंदा स्थलों का भ्रमण कराया जा रहा है। इसी क्रम में आज इन विद्यार्थियों को आयुक्त आदिम जाति तथा अनुसूचित जनजाति विभाग श्रीमती शम्मी आबिदी के नेतृत्व में राजभवन का भ्रमण कराया गया।
इस अवसर पर श्रीमती आबिदी ने विशेष पिछड़ी जनजातियों के विद्यार्थियों के शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम एवं विद्यार्थियों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के संबंध में राज्यपाल को अवगत कराया। राज्यपाल ने बच्चों से बातचीत करते हुए उनसे उनके शैक्षणिक भ्रमण के अनुभवों के बारे में पूछा।

राज्यपाल से मिलने पर उत्सुक विद्यार्थियों ने जब राज्यपाल से पूछा कि आप राज्यपाल कैसे बनीं ?,तब राज्यपाल ने बड़ी ही विनम्रता से इसका उत्तर देते हुए, अपने जीवन के संघर्षो एवं अनुभवों को बच्चों के संग साझा किया। राज्यपाल ने बच्चों से कहा यदि आपके अंदर सेवा भावना है, तो आप भी राज्यपाल बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि आप सभी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें और दूसरों को भी जागरूक करें एवं जरूरतमंद लोगों की आवश्यक सहायता करें ।
राज्यपाल ने बच्चों की शिकायतों को भी सुना और उनके समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। राज्यपाल ने उनसे, अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अच्छे सेे पढ़ाई करने एवं कोई भी तकलीफ होने पर अपने शिक्षकों एवं उच्च अधिकारियों को सूचित करने को कहा। इस अवसर पर  उन्होंने सभी विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं।
इस अवसर पर श्रीमती आबिदी ने जनजातीय विषयों से संबधित पुस्तकें राज्यपाल को भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल के विधिक सलाहकार श्री राजेश कुमार श्रीवास्तव, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के सचिव श्री डी़डी. सिंह, राज्यपाल के उपसचिव श्री दीपक कुमार अग्रवाल एवं विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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