Money Laundering Case : जैकलीन फर्नांडिस का नाम जबसे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आया है, उनकी मुसीबतें खत्म ही नहीं हो रहीं। आज वह दिल्ली के स्पेशल कोर्ट में आई थीं क्योकि उनकी जमानत पर फैसला होना था।

जैकलीन फर्नांडिस की आज दिल्ली के स्पेशल कोर्ट में 200 करोड़ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुनवाई थी। आज जैकलीन की बेल पर फैसला होना था। हालांकि एक लंबे डिस्कशन के बाद दिल्ली कोर्ट ने इस मामले में कहा कि वे अब फैसला कल सुनाएंगे। जैकलीन के वकील ने ई टाइम्स से बात करते हुए कहा, ‘ईडी की शिकायत दर्ज होने के बाद जैकलीन को दिल्ली कोर्ट के सामने पेश होना पड़ा। कोर्ट ने पेशी की पहली तारीख को ही जैकलीन को अंतरिम जमानत दे दी थी। वहीं आज एक्ट्रेस की ओर से दायर जमानत अर्जी पर आज अंतिम सुनवाई के लिए मामला रखा गया था। ईडी ने जमानत अर्जी का विरोध किया था। इसके बाद हमने उनकी जमानत के लिए भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। अब फैसला कल सुनाया जाएगा।’

कोर्ट में हुई बहस

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोर्ट में ईडी की ओर से और जैकलीन की ओर से काफी बहसबाजी देखने को मिली है। एक ओर जहां ईडी ने आरोप लगाया कि जैकलीन सपोर्ट नहीं कर रही हैं तो दूसरी ओर जैकलीन के वकील ने कहा कि वो पांच बार बयान दर्ज करवा चुकी हैं। वहीं सुकेश से मिले महंगे गिफ्ट्स पर एक्ट्रेस के वकील ने कहा कि सेलेब्स को अक्सर गिफ्ट्स मिलते हैं,ऐसे में कौनसा किसने दिया और किस पैसे से दिया इस बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है। जानकारी के मुताबिक इस पर कोर्ट ने कहा कि तो क्या आप किसी से भी कितने महंगे तोहफे ले लेती हैं? ईडी ने ये भी आरोप लगाया कि जैकलीन विदेश भागने की फिराक में हैं, जिस पर एक्ट्रेस के पक्ष से कहा गया किउन्हों तो खुद ही कोर्ट में सरेंडर किया तो भागने का सवाल ही नहीं पैदा होता।

जैकलीन ने नहीं किया सपोर्ट
याद दिला दें कि इससे पहले बीते 26 सितंबर को जैकलीन को कोर्ट ने 50 हजार रुपये के मुचलके पर अंतरिम जमानत दी थी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी सप्लिमेंट्री चार्जशीट में जैकलीन फर्नांडिस को आरोपी बनाया था। इससे पहले कोर्ट में जैकलीन भी अपनी जमानत याचिका पर सुनवाई की पेशी के दौरान मौजूद रही थीं।  तब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनकी जमानत याचिका का कड़ा विरोध किया था। ईडी ने कहा था कि जैकलीन ने जांच में कभी सहयोग नहीं किया। जब जांच में सबूत सामने आ गए तब उन्होंने खुलासा किया।  ईडी का जैकलीन पर आरोप है कि उन्होंने सबूतों से छेड़छाड़ की थी। उन्होंने अपने मोबाइल का डेटा डिलीट कर दिया था। यही नहीं वह जांच के दौरान देश छोड़ने की कोशिश में भी थीं। एलओसी जारी होने की वजह से वह सफल नहीं हो पाईं।

गवाह से आरोपी बनीं जैकलीन
बता दें कि जैकलीन पर आरोप है कि वह सुकेश चंद्रशेखर की गतिविधियों के बारे में जानती थीं। इन सबके बावजूद वह उनके साथ रहीं। जैकलीन ने सुकेश से करीब 7 करोड़ की कीमत के महंगे गिफ्ट लिए थे। इनमे लग्जरी वस्तुएं शामिल थीं। केवल जैकलीन ही नहीं सुकेश ने उनके परिवार की भी आर्थिक रूप से मदद की थी। उनके अलावा मामले में नोरा फतेही का नाम भी सामने आया। दोनों अभिनेत्रियों का नाम ईडी की पहली चार्जशीट में गवाह के तौर पर शामिल था। जबकि बाद में जैकलीन को मामले में आरोपी बनाया गया।

क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि अगस्त में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जैकलीन फर्नांडिस के खिलाफ ठग सुकेश चंद्रशेखर  को लेकरअपनी चार्जशीट दाखिल की थी। चार्जशीट में बताया गया है कि जैकलीन के कहने पर सुकेश ने उनकी बहन गेराल्डिन के अकाउंट में करीब एक लाख 73 हजार अमेरिकी डॉलर,  भाई वाॉरेन फर्नांडिस के अकाउंट में 26,470 ऑस्ट्रेलियन डॉलर्स ट्रांसफर किए। वहीं पैरेंट्स के लिए दो महंगी कारें- मासेराती और पोर्श, और एक्ट्रेस को ढेर सारे अन्य तोहफे दिए। ईडी ने ये भी बताया कि फरवरी 2021 में स्टाफ द्वारा जानकारी सुकेश के क्रिमिनल रिकॉर्ड्स की जानकारी जैकलीन को मिली थी, लेकिन उसके बाद भी तोहफे और कैश का सिलसिला जुलाई तक चलता रहा, जब तक दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया था। ईडी ने ये भी साफ किया है कि जैकलीन का बयान 5 बार लिया गया और हर बार उन्होंने फैक्ट्स संग छेड़छाड़ कर जानबूझकर के अलग ही बात बताई है।

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