रोजाना आधा कप अखरोट खाते हैं तो हृदय रोगों का खतरा घटता है और कोलेस्ट्रॉल 8.5 फीसदी तक कम हो जाता है। यह दावा हॉस्पिटल क्लीनिक डे बार्सिलोना के शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च में किया है। शोधकर्ता और बार्सिलोना के आहार विशेषज्ञ एमिलियो रोस कहते हैं, पहले हुए कई अध्ययनों में यह साबित हो चुका है कि अखरोट हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा घटाता है। हमने अपनी नई रिसर्च में बैड कोलेस्ट्रॉल के जरिए यह समझाने की कोशिश की है कि इसका हृदय रोगों में क्या रोल है और कैसे असर डालता है।
शोधकर्ताओं का कहना है, अखरोट के फायदों को समझने के लिए 628 लोगों पर दो साल तक रिसर्च की गई। इनकी उम्र 63 से 79 साल के बीच थी। ये सभी बार्सिलोना और कैलिफोर्निया के रहने वाले थे। इन्हें दो ग्रुप में आधा-आधा बांटा गया। पहले ग्रुप को रोजाना आधा कप अखरोट खिलाया गया। दूसरे ग्रुप को दूसरे नट्स खिलाए गए। दो सालों बाद दोनों ग्रुप के लोगों की जांच की गई और जांच रिपोर्ट का तुलना हुई रिपोर्ट में सामने आया कि रिसर्च में शामिल जिन लोगों ने अखरोट खाया उनके बैड कोलेस्ट्रॉल में औसतन 4.3 mg/dL तक की कमी आई। इनमें कुल कोलेस्ट्रॉल 8.5 mg/dL तक घट गया।
बैड कोलेस्ट्रॉल ऐसे नुकसान पहुंचाता है
बैड कोलेस्ट्रॉल को वैज्ञानिक भाषा में लो-डेंसिटी लाइपोप्रोटीन कहा जाता है। यही हृदय रोगों और स्ट्रोक के लिए जिम्मेदार होता है। जंक फूड, अधिक फैट वाली चीजें खाने पर शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। यह ब्लड में मिलकर शरीर के हर हिस्से में पहुंचता है।नई रिसर्च कहती है, बैड कोलेस्ट्रॉल यानी लो-डेंसिटी लाइपोप्रोटीन के कण अलग-अलग आकार के होते हैं। इसके छोटे और घने कण ही धमनियों में इकट्ठा होकर इसे ब्लॉक करते हैं। नतीजा, ब्लड सर्कुलेशन घटता है और धमनियां डैमेज होना शुरू हो जाती है। इससे हार्ट अटैक और धमनियों को डैमेज करने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड नुकसान से बचाता है
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन का कहना है, अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा अधिक पाई जाती है जो आमतौर पर मछलियों में पाया जाता है। यही ओमेगा-3 फैटी एसिड हार्ट को हेल्दी रखने का काम करता है। अखरोट इस लो-डेंसिटी लाइपोप्रोटीन की मात्रा घटाने के साथ इनमें सुधार करके खतरों को भी घटाता है। शोधकर्ता एमिलियो रोस कहते हैं, कोलेस्ट्रॉल के घटने का तरीका महिलाओं और पुरुषों में अलग-अलग रहा है। पुरुषों में कोलेस्ट्रॉल का लेवल 7.9 फीसदी और महिलाओं 2.6 फीसदी तक घटा। इसकी वजह साफतौर पर सामने नहीं आ पाई है। रिसर्च में शामिल सभी लोग स्वस्थ थे वो नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज से जूझ रहे थे। फिर ऐसा क्यों हुआ, इस पर कुछ कहना मुश्किल है।
अखरोट के फायदे
ब्रेन : मेमोरी को बढ़ाने के साथ नर्वस सिस्टम के लिए फायदेमंद
अखरोट में ओमेगा-3 फैट मौजूद होता है। यह गुड फैट है जो हृदय के साथ दिमाग के लिए भी फायदेमंद है। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर चीजें खाने से याद्दाश्त में सुधार होता है और नर्वस सिस्टम बेहतर काम करता है।
बाल: लम्बे और मजबूत बाल चाहिए तो अखरोट खाएं
अखरोट में पोटैशियम, ओमेगा-3, ओमेगा-6 और ओमेगा-9 होता है। ये सभी पोषक तत्व बालों के लिए काफी जरूरी होते हैं। रेग्युलर अखरोट खाते हैं तो बाल लंबे और मजबूत होते हैं। बालों की चमक में भी इजाफा होता है।
स्किन: त्वचा की चमक बढ़ाता है
अखरोट में एंटीऑक्सीडेंट के साथ ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्किन को चमकदार बनाते हैं। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, फॉस्फोरस, कॉपर, सेलेनियम, ओमेगा-3 फैटी ऐसिड जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।
बोन्स को स्ट्रॉन्ग बनाकर ऑस्टियोपोरोसिस से रोकता है
इसमें अल्फा-लिनोलेनिक एसिड, फॉस्फोरस और कैल्शियम पाया जाता है जो हडि्डयों को मजबूत बनाता है। इसके अलावा यह हड्डियों में ऑस्टियोपोरोसिस होने से रोकता है, साथ ही कॉपर बोन मिनरल डेन्सिटी को बनाए रखता है।
डायबिटीज : यह ब्लड शुगर कंट्रोल करता है
बीजिंग में हुई रिसर्च कहती है, अखरोट में एंटी-डायबिटिक खूबी भी है, रक्त में ब्लड शुगर की मात्रा को कम करता है। इससे डायबिटीज के रोगियों को राहत मिल सकती है।