ओबीसी आरक्षण को लेकर बिलासपुर में कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। स्थानीय निकाय व त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ओबीसी और एससी-एसटी के लिए सीटों के आरक्षण में की गई कटौती के विरोध में कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता आज विरोध-प्रदर्शन कर सिविल लाइन थाने में सामूहिक गिरफ्तारी देंगे। जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी व शहर अध्यक्ष विजय पांडेय का कहना है कि भाजपा सरकार ने पहले तो ओबीसी वर्ग को 50 प्रतिशत आरक्षण देने का दावा किया और जब नगरीय निकाय एवं पंचायतों का आरक्षण सामने आया तो प्रदेश की जनता को पता चला कि ये भी मोदी की गारंटी की तरह झांसा और जुमला था। उन्होंने कहा कि सरकार ने षड्यंत्रपूर्वक ओबीसी आरक्षण में कटौती की है। ओबीसी को राजनीतिक भागीदारी से कुचलने की साजिश उन्होंने कहा कि बिलासपुर से तोखन साहू, अरुण साव और धरमलाल कौशिक भाजपा के ऐसे दिग्गज नेता हैं, जो ओबीसी वर्ग से आते हैं। जिला पंचायत बिलासपुर में 17 में सिर्फ एक ओबीसी सीट कानूनी और संवैधानिक तौर पर क्या न्यायसंगत है। जिले के 100 जनपद सदस्य की सीटों में सात सीट और 486 ग्राम पंचायतों के सरपंच की सीटों में महज 35 सीटें ओबीसी वर्ग की राजनीतिक भागीदारी के अधिकार को कुचलने की साजिश है। केशरवानी का कहना है कि केवल ओबीसी ही नहीं बल्कि एससी-एसटी वर्ग की सीटों पर भी गहरी साजिश रच कर डाका डाला गया है। संविधान में स्पष्ट प्रवधान है कि एससी-एसटी वर्ग को उनकी आबादी के अनुपात में आरक्षण दिया जाना चाहिए। आंदोलन की तैयारी को लेकर बैठक 15 जनवरी को होने वाले आंदोलन को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी ने तैयारी बैठक की। उन्होंने कहा कि सभी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को निर्देश जारी कर दिए गए हैं और सभी ब्लाक से बैठक कर तैयारी पूरी करने की जानकारी दी जा रही है। सभी ब्लॉक से आंदोलन में अधिक से अधिक संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उपस्थिति सुनिश्चित करने की तैयारी कर ली गई है। साथ ही जिला कांग्रेस के द्वारा नगरीय निकाय और पंचायतों के जनप्रतिनिधियों को भी सक्रिय भागीदारी निभाने के निर्देश दिए गए हैं।