बिलासपुर के बोदरी नगर पालिका में विवादित युवक कांग्रेस नेता की पत्नी को अध्यक्ष का टिकट दिए जाने के बाद कांग्रेस नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी जॉइन करने के साथ ही बोदरी से चुनाव लड़ने के लिए नामांकन भरा है। पार्षद विजय वर्मा की पत्नी नीलम ने अध्यक्ष तो सात नेताओं ने पार्षद के लिए पर्चा जमा किया है। नीलम के पर्चा भरने से अब यहां अध्यक्ष पद के तीन प्रत्याशी हो गए हैं। कांग्रेस से विमला सुनील साहू तो भाजपा से देवकुमारी दिनेश पांडेय पहले से ही मैदान में हैं। नगर पालिका परिषद बोदरी में कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष पद के लिए वरिष्ठ कांग्रेसी पार्षद विजय वर्मा ने दावेदारी की थी। वे अपनी पत्नी नीलम को चुनाव लड़ाने की तैयारी में थे। वहां के दूसरे कांग्रेसी पार्षद भी उनके समर्थन में थे। पर्यवेक्षक की बैठक में भी नीलम विजय वर्मा के नाम पर सहमति बनी और उनका नाम भेजा गया। लेकिन पार्टी ने यहां सुनील साहू की पत्नी विमला साहू को ​उम्मीदवार बना दिया। इससे कांग्रेस में बवाल मच गया। सुनील यूथ कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष हैं। उन पर सरकारी जमीन पर कब्जा किए जाने जैसे आरोप भी है। इसके बावजूद पार्टी ने उनकी पत्नी को टिकट दिया है। इससे नाराज होकर सोमवार की रात विजय वर्मा सहित 14 पार्षद प्रत्याशियों ने बैठक की और पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। आम आदमी पार्टी से भरा नामांकन
संगठन ने उन्हें मनाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। वे टिकट दिए जाने पर अड़े रहे। 28 जनवरी को नामांकन का अंतिम दिन था। 14 में से भावना आशीष खत्री, श्याम आर्य, डाली जगवानी, हितेश आहूजा, संतोषी वर्मा और सीमा गोस्वामी ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया। इसमें नीलम विजय वर्मा ने अध्यक्ष पद के​ लिए पर्चा दाखिल किया। 15 में से 8 वार्डों में वर्मा ने अपनी टीम उतारी है। बाकी प्रत्याशी आम आदमी के कार्यकर्ता हैं। संगठन के दबाव में प्रत्याशियों ने नहीं दिया साथ
रात में विजय वर्मा के साथ बैठक कर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने को लेकर रणनीति बनाने वाले कई कांग्रेस प्रत्याशी मंगलवार को नहीं आए। विजय वर्मा सहित कुछ प्रत्याशियों ने आम आदमी पार्टी में जाकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया, लेकिन ज्यादातर गैर सिंधी प्रत्याशी इसके लिए तैयार नहीं हुए। बताया जा रहा है कि संगठन के दबाव की वजह से उन्होंने विजय का साथ नहीं दिया। कांग्रेस के लिए बढ़ी मुश्किल
नगर पालिका में कांग्रेस नेताओं के बगावत करने के बाद अब चुनाव में कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है। कांग्रेस से नाराज सिंधी समाज ने एकजुटता दिखाते हुए विजय वर्मा और उनके पक्ष में प्रत्याशियों के लिए एकजुट होकर काम करने का दावा किया है। ऐसे में कांग्रेस को भाजपा के बाद अब इन बागी नेताओं के साथ भी सामना करना पड़ेगा।

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