यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने 34500 मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण जे लाभार्थियों को आवास की प्रथम क़िस्त की धनराशि उनके खाते में भेजी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 34500 मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण जे लाभार्थियों को आवास की प्रथम क़िस्त की धनराशि उनके खाते में भेजी। इस आवास योजना के साथ ही 39 हजार अन्य लाभार्थियों को गृह प्रवेश कार्यक्रम के तहत लाभर्तियो को चाबी दी। गृह प्रवेश वाले आवासों की कुल लागत 905.43 करोड़ आई है।
इस मौके पर सीएम ने कहा कि पात्र लोग शासकीय योजनाओं का पूरा लाभ लें। किसी बिचौलिए के चक्कर में न पड़ें। योजनाओं से अकर्मण्य न हों। रोजगार के लिए कार्य करते रहें। उन्होनें कहा कि 2016 में केंद्र सरकार ने जब पीएम आवास योजना लागू की थी उस समय राज्य में भाजपा की सरकार नहीं थी। राज्य सरकार ने अपने स्तर से प्रस्ताव भी नही भेजे थे। ये लोग गरीबों के कितने हितैषी हैं इन कारगुजारियों से समझा जा सकता है। प्रदेश में पिछले 5.5 साल में ग्रामीण और शहरी गरीबों को आवास दिया है। यूपी पहला राज्य है जिसने गरीबों को आवास के लिए जमीन का पट्टा भी दिया। पीएम या सीएम आवास योजना लाभार्थियों के आर्थिक उन्नयन की कड़ी भी है।
2018 में सोनभद्र गया था। देखा मकान बने थे। एक बनवासी महिला ने आवास देने की मांग की। सेक सूची में उसका नाम नहीं था। मैंने कहा जितने भी ऐसे वंचित हैं उन्हें आवास देने के लिए सीएम आवास योजना शुरू किया।
योजना का लाभ देने में चयन की प्रक्रिया में भेदभाव घाेटाले कारण बनता है
सीएम योगी ने कहा कि योजनाओं का लाभ सामान रूप से समाज के प्रत्येक तबके को मिलना चाहिए जब योजना यशस्वी बनती है। उस यश का कारण शासन और प्रशासन भी बनता है। एक लाभार्थी योजना का लाभ उठाकर उसके सर्वांगीण विकास के मार्ग को आगे बढ़ाता है, लेकिन जब योजना का लाभ अपात्रों को मिलता है, उसमें चयन की प्रक्रिया में भेदभाव होता है तो वह घोटाले कारण बनती है और फिर चयन करने वालों को एक न एक दिन जेल जाना पड़ता है। उन्हें वहां सड़ने के लिए मजबूर भी होना पड़ता है इसलिए पारदर्शी व्यवस्था के तहत प्रदेश में बड़े पैमाने पर एक करोड़ 63 लाख से अधिक परिवारों के लिए शौचालय का निर्माण कराया। चयन की प्रक्रिया से छूटे लोगों के लिए दोबारा से सर्वे कराया गया और उन्हे शौचालय उपलब्ध कराए गए। आवास योजना से जो लोग वंचित थे उन्हे आवास दिलवाया गया और जिनका नाम सूची में नहीं था उनको भी आवास का लाभ दिया गया।
सीएम योगी ने कहा कि बेटी के पैदा होने से लेकर उसकी शादी तक का खर्च सरकार उठा रही है। महिलाओं, युवाओं और समाज के हर वर्ग के लिए विभिन्न योजनएं चलाई जा रही हैं, उन्होंने प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि वह इन योजनाओं को भरपूर लाभ उठाएं। सीएम योगी ने कहा कि काेरोना काल से पहले प्रदेश के काफी युवा कोचिंग के लिए बाहर जाते थे, आज उनको कोचिंग के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता है, वह मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग सुविधा का लाभ उठा रहा है। हाल ही में आए लोकसेवा आयोग के परिणाम में 43 बच्चे ऐसे हैं जिन्होंने कोचिंग का लाभ उठाया और उनका सेलेक्शन हुआ।