भास्कर न्यूज | धमतरी शहरी सरकार चुनने जब से धमतरी में चुनाव आचार संहिता लगी है, शहर में सफाई व्यवस्था भी प्रभावित हो गई है। 80 फीसदी कर्मचारियों की चुनावी ड्यूटी लगी है। इसका असर वार्डों में सफाई पर पड़ी है। रूटीन में घर-घर कचरा कलेक्शन ही नियमित हो पा रहा है। शहर में सफाई व्यवस्था प्रभावित है। नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में 110 रेगुलर सफाई कर्मचारी, चालक, सुपरवाइजर हैं। इसके अलावा 176 स्वच्छता समूह की महिलाएं कार्यरत हैं। 20 जनवरी से आचार संहिता लागू है, जिसके बाद शहर में बड़े नाले और नालियों की सफाई ठप है। पिछले 5-6 दिनों से बाकरा नाला, दीक्षित नाला, पीडी नाला, भटगांव नाला, गोकुलपुर नाला की उचित साफ-सफाई नहीं हुई है, जिस कारण नाला में अब मलबा जाम होने लगा है। पॉलीथिन और कचरे का ढेर है। शहर के मुख्य सड़कों में सफाई प्रभावित है। घर-घर हो रहा कलेक्शन धमतरी में करीब 18 हजार से ज्यादा मकान हैं। 40 वार्डों में विशेष प्लानिंग बनाकर साफ-सफाई की जाती है, जिससे रोजाना करीब 10 टन कचरा निकलता है। अधिकांश कर्मचारियों के चुनावी ड्यूटी में होने से 10 टन कचरे के बदले 4-5 टन कचरा ही निकल रहा है। बस्तियों में कूड़े-कचरे यत्र तत्र फैले नजर आ रहे हैं। नगर निगम के स्वच्छता मिशन प्रभारी शशांक मिश्रा ने कहा कि कई कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में संलग्न है, जिससे थोड़ा सफाई कार्य में असर पड़ा है। बावजूद सड़कों की नियमित सफाई हो रही है। सफाई के अभाव में पीडी नाला में कचरा जाम हो गया। शहर में जगह-जगह सड़क किनारे कूड़ा फैला है।