कलेक्टर ने की समीक्षा, दिए निर्देश-पीड़ितों को सहायता मिलने में न हो देरी
धमतरी 19 मार्च 2025
कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा ने जिले में संचालित सखी वन स्टॉप सेंटर की गतिविधियों की समाक्षा की। उन्होंने इस सेंटर में महिलाओं से संबंधित हिंसा, शोषण, साईबर अपराध, सम्पत्ति विवाद जैसे सभी प्रकरणों की विस्तृत जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि पिछले 11 महीने में धमतरी जिले में संचालित सखी वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से 214 ऐसे प्रकरणों का निपटारा कर दिया गया है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि सेंटर के माध्यम से 350 से अधिक महिलाओं को पुलिस सहायता, विधिक सहायता, चिकित्सा सुविधा, काउंसिलिंग, आश्रय जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं। कलेक्टर श्री मिश्रा ने पीड़ित महिलाओं को सखी वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से हरसंभव सहायता समय पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत की जा रही गतिविधियों की भी जानकारी ली। कलेक्टर ने छात्रावासों में रह रही बालिकाओं को आत्म सुरक्षा के लिए प्रशिक्षित करने और जिले में लिंग आधारित हिंसा के विरूद्ध जागरूकता अभियान चलाने के लिए भी कहा।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि सखी वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से अब तक 240 प्रकरणों पर कार्रवाई की गई है। 214 प्रकरण निराकृत किए गए हैं एवं 26 प्रकरण प्रक्रिया में हैं। अधिकारियों ने यह भी बताया कि जिले में इस सेंटर के माध्यम से 23 पीड़ित महिलाओं को पुलिस सहायता उपलब्ध कराई गई है। विभिन्न विवादों के लिए 56 महिलाओं को विधिक सहायता, 10 महिलाओं को चिकित्सा सुविधा भी दी गई है। पारिवारिक एवं अन्य विवादों को सुलझाने के लिए सेंटर के माध्यम से 181 महिलाओं की काउंसिलिंग कर मामलों को सुलझाया गया है, 63 महिलाओं को आश्रय दिए गए हैं। तीन प्रकरणों में आरोपियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है। वहीं 23 महिलाओं को डीआरआई की सहायता दी गई है। जिले के सखी वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से 61 महिलाओं को नारी निकेतन, वृद्धा आश्रम, सेवा सदन, स्वधार गृह, अपना घर, उज्जवला घर जैसे विभिन्न संस्थानों में आश्रय दिलाया गया है।
बैठक में यह भी बताया गया कि जिले में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत नारी चौपाल का आयोजन कर महिलाओं और बच्चियों को महिला सुरक्षा, कानूनी अधिकारों के साथ महिला हेल्पलाईन आदि की जानकारी दी गई है। अभियान की सफलता के लिए शपथ एवं हस्ताक्षर अभियान, बाईक एवं सायकल रैली, प्रभात फेरी आदि कार्यक्रम भी चलाए गए हैं। महिलाओं एवं बच्चों के कौशल विकास के लिए विभिन्न प्रशिक्षण एवं आजीविका मिशन के माध्यम से रोजगार आदि के बारे में भी जानकारी दी गई है।