छत्तीसगढ़ ने वन और वृक्ष आवरण (Forest and Tree Cover) में बढ़ोतरी के मामले में शीर्ष स्थान हासिल किया है। राज्य ने 2021 से 2023 के बीच 683.62 वर्ग किमी वन क्षेत्र में वृद्धि दर्ज की, जो देश में सबसे अधिक है। इसके बाद उत्तर प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान और झारखंड जैसे राज्यों ने भी अपने वन क्षेत्र में सुधार किया है। जबकि कुछ राज्यों में इसमें गिरावट आई है। • छत्तीसगढ़: 683.62 वर्ग किमी की वृद्धि • उत्तर प्रदेश: 559.19 वर्ग किमी की वृद्धि • ओडिशा: 558.57 वर्ग किमी की वृद्धि • राजस्थान: 394.46 वर्ग किमी की वृद्धि • झारखंड: 286.96 वर्ग किमी की वृद्धि वहीं वन और वृक्ष आवरण में कमी के मामले में मध्य प्रदेश सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। राज्य में 612.41 वर्ग किमी का वन क्षेत्र कम हुआ है, जो पूरे देश में सबसे अधिक है। इसके अलावा कर्नाटक, नागालैंड, बिहार और त्रिपुरा जैसे राज्यों में भी वन क्षेत्र घटा है। • मध्य प्रदेश: 612.41 वर्ग किमी की कमी • कर्नाटक: 459.36 वर्ग किमी की कमी • नागालैंड: 125.22 वर्ग किमी की कमी • बिहार: 123.98 वर्ग किमी की कमी • त्रिपुरा: 100.70 वर्ग किमी की कमी विशेषज्ञों का मानना है कि वन क्षेत्र में कमी का कारण अवैध कटाई, शहरीकरण, और औद्योगिक विकास है। भारत में वन और वृक्ष आवरण को बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई योजनाओं पर काम कर रही हैं। हालांकि, यह आंकड़े इस बात की ओर इशारा करते हैं कि जहां कुछ राज्य पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों में अग्रणी हैं।