छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में हो रही बारिश ने मुसीबत बढ़ा दी है। बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती व शबरी नदी उफान पर है। जगदलपुर-बीजापुर नेशनल हाईवे स्थित मिंगाचल नदी उफन रही है। कई गांव टापू बन गए हैं।

छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में हो रही बारिश ने मुसीबत बढ़ा दी है। बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती व शबरी नदी उफान पर है। जगदलपुर-बीजापुर नेशनल हाईवे स्थित मिंगाचल नदी उफन रही है। महाराष्ट्र में हो रही भारी बारिश से गोदावरी नदी का जल स्तर बढ़ गया है, जिससे छत्तीसगढ़ से तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को जोड़ने वाला हाईवे डूब गया है। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कोंटा में बाढ़ जैसे हालात हैं। दक्षिण छत्तीसगढ़ भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। बीजापुर में मिंगाचल नदी किनारे बनाए गए CRPF 229 बटालियन कैंप में नदी का पानी घुसने की खबर है। कई गांव टापू बन गए हैं।

बता दें कि मौसम विभाग ने पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के दक्षिण क्षेत्र यानी बस्तर संभाग के 5 जिलों के लिए रेड और 2 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिले में भारी बारिश हुई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बीजापुर 908.9mm बारिश दर्ज की जा चुकी है। बस्तर में बारिश से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बीजापुर, कोंडागांव व सुकमा जिले के कई अंदरूनी गांव टापू के रूप में तब्दील हो गए हैं। इसके अलावा कई गांव जिला और ब्लॉक मुख्यालयों से कट गए हैं। संभाग के सभी जिलों में प्रशासन अलर्ट मोड पर है। बीजापुर में राशन से भरा एक ट्रक और ट्रैक्टर भी बह गया। वहीं 8 जुलाई को पहाड़ी नाले में सर्चिंग से लौट रहे सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के जवान की बहने से मौत हो गई थी।

गोदावरी नदी के बैकवाटर से बढ़ा खतरा 
छत्तीसगढ़ के कोंटा से लगे तेलंगाना में गोदावरी नदी ने उग्र रूप ले लिया है। जल स्तर आखिरी डेंजर जोन तक पहुंच गया है। भद्राचलम-नेल्लीपाका के बीच नेशनल हाईवे पर करीब 2 फीट पानी बह रहा है। वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में शबरी नदी का भी पानी बढ़ने लगा है। ओडिशा और छत्तीसगढ़ के बीच कोंटा-मोटू में नाव बंद कर दी गई है। सुकमा कलेक्टर हरीश एस ने बताया कि गोदावरी नदी के जलस्तर से बैक वॉटर बनने की जानकारी मिल रही है। ऐसे में इससे निपटने के लिए डुबान वाले क्षेत्रों में राजस्व, पुलिस, बाढ़ आपदा सहित प्रशासनिक टीम को मुस्तैद रहने कहा गया है।

पोलावरम बांध के सारे गेट खोले गए
महाराष्ट्र में लगातार 5 दिनों से बारिश हो रही है। पोलावरम बांध के ऊपर भाग में मौजूद छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा के गांवों में बैक वॉटर से बाढ़ के हालत बनने लगे हैं। बांध के सारे गेट खोल दिए गए हैं। पोलावरम बांध में 31 मीटर तक पानी पहुंच गया है। इधर बस्तर की इंद्रावती व शबरी नदी का जल स्तर बढ़ गया है। जिन इलाकों में पुल डूबे हैं, वहां आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में पुलिस, बाढ़ आपदा सहित प्रशासनिक टीम को मुस्तैद रहने कहा गया है। प्रदेश के नारायणपुर, कोंडागांव, कांकेर व धमतरी जिले में बारिश से नदी-नालों का जल स्तर बढ़ गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *